· खटकड़ टोल पर आंदोलनरत किसानों ने दीपेंद्र हुड्डा को राज्यसभा में किसानों के मुद्दे जोरदार तरीके से उठाने पर दिया धन्यवाद. · बद्दोवाला टोल पर किसान धरने में दीपेंद्र हुड्डा को बड़ी संख्या में बुजुर्ग महिलाओं ने दिया स्नेहपूर्ण आशीर्वाद. · गांव ढिंडोली में शहीद किसान स्व. राधा मानसिंह और गांव सिंहवाल में शहीद किसान स्व. करमबीर के घर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की, परिवार से मिलकर शोक जताया और 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद सौंपी. · सांसद दीपेंद्र ने भाजपा नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि किसानों का सम्मान नहीं कर सकते तो कम से कम उनका अपमान न करें. · भाजपा नेताओं द्वारा किसानों के प्रति अपमानजनक भाषा का प्रयोग ही उनके बहिष्कार का कारण है चंडीगढ़, 21 मार्च। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने आज खटकड़ टोल, बद्दोवाला टोल पर लगे किसान धरनों में आंदोलनरत किसानों के बीच पहुंचकर उनका हालचाल पूछा व हौसला बढ़ाया। इस दौरान बद्दोवाला टोल पर धरनारत बुजुर्ग महिलाओं ने सांसद दीपेंद्र हुड्डा को स्नेहपूर्ण आशीर्वाद दिया। खटकड़ टोल पर आंदोलनरत किसानों ने दीपेंद्र हुड्डा राज्यसभा में किसानों के मुद्दे जोरदार तरीके से उठाने पर धन्यवाद दिया। किसानों ने कहा कि आप इसी प्रकार हमारी आवाज़ उठाते रहें। इस पर सांसद दीपेंद्र ने उन्हें भरोसा दिया कि सड़क से संसद तक वो किसानों के हर संघर्ष के साथ हैं और जब तक उनकी सांस में सांस है वे किसानों के हक की आवाज़ पुरजोर तरीके से उठाते रहेंगे। उन्होंने भाजपा नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि किसानों का सम्मान नहीं कर सकते तो कम से कम उनका अपमान न करें। भाजपा नेता अपनी भाषा सुधारें। भाजपा नेताओं द्वारा किसानों के प्रति अपमानजनक भाषा का प्रयोग ही उनके बहिष्कार का कारण है। भाजपा का अहंकार ही उसके पतन का कारण बनेगा। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने गांव ढिंडोली में शहीद किसान स्व. राधा मानसिंह और गांव सिंहवाल में शहीद किसान स्व. करमबीर के घर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और परिवारजनों से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के निर्देश पर विधायक दल की ओर से आंदोलन में शहीद किसानों के परिवारों को दी जा रही 2-2 लाख रुपये की आर्थिक मदद सौंपी। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि जिस प्रकार कंडेला कांड के पीड़ित किसान परिवारों को हुड्डा सरकार ने शहीद का दर्जा व रोजगार दिलाया था उसी तर्ज पर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही किसान आंदोलन में अपनी जान गंवाने वाले हरियाणा के हर किसान के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जायेगी। आगे भी हर संभव मदद की कोशिश हम करते रहेंगे। ये लड़ाई जन-जन की लड़ाई है और इस लड़ाई में अन्नदाता अकेले नहीं हैं। हम भी उनके साथ पूरी मजबूती से डटे रहेंगे। दीपेंद्र हुड्डा आज नरवाना में लगभग एक दर्जन कार्यक्रमों में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठे लोग किसानों की मांगें मानने की बजाय उनका तिरस्कार कर रहे हैं। सत्ता पक्ष की तरफ से लगातार अन्नदाता की भावनाओं को आहत करने वाले बयान दिए जा रहे हैं। यहां तक कि सरकार में बैठे लोग किसान की देशभक्ति पर भी सवाल उठा रहे हैं। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि किसान एक देशभक्त वर्ग है। वो खेतों में हाड़तोड़ मेहनत करके देश का पेट पालते हैं तो उनके बेटे देश की सीमा पर भारत माता की रक्षा के लिए सीना ताने कुर्बानी दे देते हैं। इसलिए किसानों की देशभक्ति पर शक करना अपराध ही नहीं बल्कि घोर पाप है। सत्ता में बैठे हुए लोगों को कम से कम ऐसा पाप नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जगह-जगह और दिल्ली की बार्डरों पर किसानों को अग्निपरीक्षा देते हुए करीब 4 महीने होने वाले हैं। इन 4 महीनों में करीब 300 से ज्यादा शव अपने-अपने गांवों में लौट चुके हैं मगर फिर भी किसानों ने अपना संयम नहीं खोया, अपना अनुशासन नहीं तोड़ा। दूसरी तरफ, अहंकार में डूबी सरकार की तरफ से उनके आंसू पोंछने तक कोई नहीं आया, सत्ता के अहंकार में ये इतने बेरहम हो चुके हैं कि संवेदना जताना तो दूर इनके नेता किसानों के बलिदान की खिल्ली उड़ा रहे हैं और उनके शांतिपूर्ण संघर्ष का अपमान कर रहे हैं। इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री जय प्रकाश, विधायक सुभाष गांगोली, विधायक इंदुराज नरवाल, पूर्व विधायक सुल्तान सिंह जडोला, दरवेश पुनिया, धर्मेंद्र ढुल, बलराम कटवाल, वीरेंद्र गोगड़िया, संजीव कल्याण, सुरेश गोयत, अंशुल सिंगला, जगबीर ढिगाणा, मंजीत लाठर, रोहित दलाल, मोहित लाठर, मनदीप धनोदा, जिला पार्षद दिनेश समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। Post navigation डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने मंडियों को बताया सरकार की रीढ़ मुख्यमंत्री ने किया 165 परियोजनाओं का लोकार्पण पढ़िए किस किस जिले को क्या मिला…….