रमेश गोयत

पंचकूला, 14 मार्च। हरियाणा सरकार द्वारा 1000 रोडवेज चालकों को सरप्लस घोषित करने के विरोध में 16 मार्च को सभी डिपूओं में प्रदर्शन कर महाप्रबंधकों के माध्यम से अतिरिक्त मुख्य सचिव परिवहन विभाग को ज्ञापन भेजा जाएगा। हरियाणा रोड़वेज वर्कर्स यूनियन सम्बन्धित सर्व कर्मचारी संघ के राज्य प्रधान इन्द्र सिंह बधाना, प्रदेश महासचिव सरबत सिंह पूनिया, वरिष्ठ उप प्रधान नरेन्द्र दिनोद, कोषाध्यक्ष राजपाल, राज्य उप महासचिव बलबीर जाखड़ व नवीन राणा, कार्यालय सचिव जयकुमार दहिया व प्रदेश प्रवक्ता श्रवण कुमार जांगड़ा व पवन शर्मा ने सयुंक्त ब्यान में कहा हरियाणा सरकार ने 1000 चालकों को सरप्लस घोषित कर अन्य विभागों में भेजने व बर्खास्तगी की धमकी देकर जले पर नमक छिड़कने का काम किया है।

उन्होंने कहा सरकार ने अपने 6 साल के शासनकाल में विभाग में सरकारी नई बसें शामिल करने की बजाए किलोमीटर स्कीम की बसें चलाने का एकमात्र एजेण्डा है। सरकार कर्मचारियों को सरप्लस घोषित कर विभाग का निजीकरण कर धन्ना सेठों के हवाले कर विभाग को बर्बाद करने पर तुली हुई है। कर्मचारी नेताओं ने कहा परिवहन मंत्री द्वारा बार बार विभाग में नई बसें शामिल करने बारे दिये जा रहे बयानों की पोल खुल गई है। उन्होंने कहा 6 वर्ष पहले विभाग में 4260 सरकारी बसें थी, जो सरकार की निजीकरण नीतियों के कारण अब घट कर केवल 3020 बसें ही रह गई। उन्होंने कहा अगर सरकार द्वारा विभाग में नई बसें शामिल नहीं की गई तो आने वाले दो वर्ष में सरकारी बसों  के दर्शन दुर्लभ हो जाएंगे। जिस कारण जनता को मिल रही परिवहन सेवा समाप्त होने के साथ वर्तमान कर्मचारियों की नौकरी खतरे में होने के अलावा बेरोजगारों को स्थाई रोजगार के अवसर समाप्त हो जाएंगे।

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