रमेश गोयत

चंडीगढ़। हरियाणा टूरिज्म के 32 पर्यटन केन्द्रों के कर्मचारियों को 2 से लेकर 6 महीने तक वेतन न मिलने से कर्मियों के परिवार भूखमरी के कागार पर पहुंच गए हैं। लेकिन पर्यटन निगम के चंडीगढ़ मुख्यालय के अधिकारी व कर्मचारी बिल्कुल समय पर वेतन पा रहे हैं। यहां बता दें कि हैड आफिस में फिल्ड के पर्यटन केन्द्रों से ही राजस्व आता है। इसी प्रकार महिला एवं बाल विकास विभाग,जन स्वास्थ्य विभाग, मेवात माडल स्कूलों के स्टाफ सहित दर्जनों विभागों में 3 से 6 महीने से वेतन का भुगतान नहीं हुआ है। जिसके कारण कर्मचारी एवं उनके परिजनों के सामने भारी आर्थिक संकट पैदा हो गया है।

सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा, महासचिव सतीश सेठी व उप प्रधान सुरेश नौहरा ने विभिन्न विभागों के कर्मचारियों को समय पर वेतन न देने की घोर निन्दा की है। सकसं ने मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव हरियाणा सरकार व वित्त विभाग के एसीएस को पत्र लिखकर बिना किसी देरी के सभी विभागों के कर्मचारियों के बकाया वेतन का तुरंत भुगतान करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि समय पर वेतनमान न मिलने के कारण कर्मचारी अपने बच्चों की फीस नहीं भर पा रहे हैं और स्कूल संचालक यह मानने को बिल्कुल तैयार नहीं है कि सरकारी कर्मचारी को 3 से 6 महीने तक वेतन नहीं मिला होगा। उन्होंने बताया कि इन कर्मचारियों को दुकानदारों ने राशन तक देने से मना कर दिया है। कर्मचारियों द्वारा विभिन्न बैंकों से लिए गए लोन की किस्त भी नहीं भरी जा रही है, बैंक कर्मचारियों ने घरों पर आना शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि अब तो दूधियों ने भी दूध देने से मना कर दिया है। अब तो हालत यह बन चले हैं कि इन कर्मचारियों के परिजनों के सामने रोजाना के खर्च चलाना कठिन हो रहा है।

किस पर्यटन केन्द्र में कितने महीनों से वेतन नहीं मिला।

प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा ने बताया कि हरियाणा टूरिज्म कर्मचारी संघ हरियाणा के महासचिव युद्धवीर सिंह खत्री ने सकसं को लिखित पत्र लिखकर बताया कि महरोली नर्सरी के स्टाफ को 7 महीने से वेतन नहीं मिला है। इसी प्रकार धनचेरी, मैगपाई, बड़खल झील, शमां गुरुग्राम, पेलिकन सुल्तानपुर में अगस्त,2020 यानी के 6 महीने से वेतन नहीं मिला है। माता मनसा देवी जटायू यात्री निवास, सैण्डपाईपर रेवाड़ी, होटल राजहंस, सनबर्ड मोटल, डिजाइन गैलरी, सूरजकुंड, डबचिक होडल, एथनिक इण्डिया राई, ब्ल्यू बर्ड हिसार, बुलबुल जींद,कर्ण लेक करनाल, निलकण्ठी यात्रिका निवास कुरुक्षेत्र, ग्रेपालीकन यमुनानगर, पिंजौर गार्डन, पपिहा फतेहाबाद, किंगफिशर अम्बाला, समालखा में पांच महीने का वेतन बकाया है। उन्होंने बताया कि नाहर सिंह महल बल्लभगढ़, ओएसिस करनाल, फ्लेमिंगो हिसार, बारबट, सोहना का 4 महीन और हरमिटेजहटस, सिकरा आशा खेड़ा, सुरखाब सिरसा, अरावली गोल्फ क्लब का नवम्बर 2020 के बाद तीन महीने तथा स्काई लार्क पानीपत, मैना रोहतक में दो महीने से वेतन नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि 44 पर्यटन केन्द्रों में से केवल 12 केन्द्रों में समय पर वेतन मिल पा रहा है।

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