भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल। गांव खातौली जाट के एक स्टोन क्रेशर को अवैध रूप से दोबारा एनओसी देने पर गुस्साए सभी ग्रामीणों ने मिलकर एक भारी जनसभा का आयोजन किया, जिसकी अध्यक्षता गांव के वर्तमान सरपंच कृष्ण कुमार ने की व जिसमें पर्यावरणविद इंजीनियर तेजपाल यादव मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। इस भारी जनसभा में उपस्थित सभी ग्रामीणों ने हाथ उठाकर इंजीनियर तेजपाल यादव के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर स्थिति में, हर वक्त साथ खड़े रहने का ऐलान किया।

गौरतलब है कि गांव खातोली जाट में एक व कारोता मे स्थित दो, कुल मिलाकर तीन अवैध स्टोन क्रेशरों के खिलाफ  में अड़ाई साल पहले इंजीनियर तेजपाल यादव की याचिका पर जांच उपरांत इन तीनों स्टोन क्रेशरों को माननीय एनजीटी नें 12 दिसंबर 2018 को बंद करने का आदेश दिया था, जिस पर हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण विभाग पंचकूला से इनकी एनओसी रद्द भी हो गई थी।

इस पूरे घटनाक्रम के बाद 24 जुलाई 2019 को 72 स्टोन क्रेशरों को बंद करने के बड़े आदेश के बाद फिर मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचने के बाद, इस खातोली जाट की स्टोन क्रेशर को दोबारा उसी जमीन पर अवैध एनओसी दें दी गई। जिसकी एनओसी पहले ही रद्द हो चुकी थी। पूरे देश में वैश्विक महामारी कोरोना काल के संकट के चलते न्यायपालिका की परिस्थितिवश देरी का लाभ उठाकर भ्रष्ट तंत्र व क्रेशर मालिक ने मिलीभगत करके यह एनओसी लेने का गलत कार्य किया जो कि पूर्णत: गलत था।

गुस्साए सभी ग्रामीणों ने आक्रोशित होकर कहा कि जब हमारे गांव का बेटा युवा शिक्षित नौजवान इंजीनियर तेजपाल यादव काफी लंबे समय से सिर्फ  गांव ही नहीं अपितु पूरे क्षेत्र के पर्यावरण प्रदूषण को बचाने की लड़ाई लड़ रहा है तो हमारे गांव में एक बंद हो चुकी स्टोन क्रेशर को दोबारा एनओसी देना कहीं न कहीं इस नौजवान के संघर्ष को कमजोर करने की गहरी साजिश है। सभी ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा कि नौजवान तेजपाल की याचिका पर 17 फरवरी 2021 को एनजीटी के आदेश पर सभी भ्रष्ट अधिकारी व हरियाणा सरकार आगामी तारीख से पहले जल्द से जल्द इस स्टोन क्रेशर को बंद करके सही जांच रिपोर्ट माननीय एनजीटी को भेजें वरना ध्यान रहे गांव खातोली जाट के लोग नारनौल की सडक़ों को फिर से दोबारा भारी संख्या में भरने में देर नहीं लगाएंगे। ज्ञात रहे कि खातोली जाट के आसपास के काफी ग्रामीण जिला स्तर पर लघु सचिवालय नारनौल पर हजारों की संख्या में स्टोन क्रेशरों के विरोध में अपनी समस्या का परिचय दें चुके हैं का प्रदर्शन कर चुके हैं। 

जनसमूह को संबोधित करते हुए पर्यावरणविद् व सामाजिक कार्यकर्ता इंजीनियर तेजपाल यादव ने कहा कि इस पूरे मामले में जिला प्रशासन ढिलाई बरत रहा है, क्योंकि मेरी पिछली याचिका पर 3 दिसंबर 2020 को एनजीटी के आदेश को अभी तक जिला प्रशासन व हरियाणा सरकार नें लागू नहीं किया गया है। 3 दिसंबर 2020 को माननीय एनजीटी ने अपने पुराने 24 जुलाई 2019 के आदेश को दोहराते हुए सभी 72 स्टोन क्रेशर को तुरंत बंद करने, संबंधित भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई करने, महेंद्रगढ़ जिले के क्रेशर प्रभावित सभी सभी गांवों की स्वास्थ्य जांच करने व 72 के अलावा जिले के बाकी सभी स्टोन क्रेशरों को अन्य पर्यावरणीय पहलुओं पर जांच के आदेश दिये थे। लेकिन इन तीनों पहलुओं में से जिला प्रशासन व हरियाणा सरकार की अभी तक किसी भी पहलू पर कुछ भी कार्रवाई जमीनी स्तर पर नजर नहीं आ रही है।

उनकी मांग है कि ना केवल उस जांच को जल्दी पूरा किया जाए व सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, बल्कि इसके साथ ही जो हमने नया मुकदमा खातौली जाट के स्टोन क्रेशर के खिलाफ अभी हाल ही में किया है जिस पर 17 फरवरी 2021 को एनजीटी नें जो आदेश दिया है, उसकी तुरन्त पालन करें व इसको बंद करने का काम करें अन्यथा सभी संबंधित भ्रष्ट अधिकारी बड़ा कानूनी परिणाम भुगतने के लिये तैयार रहे।

इस मौके पर गांव खातोली जाट के वर्तमान सरपंच कृष्ण कुमार, पूर्व सरपंच दुर्गा प्रसाद, पूर्व सरपंच दिलीप सिंह, पूर्व सरपंच सत्य प्रकाश नंबरदार, पूर्व सरपंच नरेंद्र कुमार, सुभाष नंबरदार, ढिल्लू नंबरदार, जगदीश जागेदार, विजय जागेदार, सूबेदार लालाराम, डा. वेदप्रकाश, ऋषिराज, जीतू पंच, सुंदर पंच, कृष्ण सूबेदार, विनोद मास्टर, सतीश पहलवान, सज्जन टेलर, हवलदार अतर सिंह, जगन सिंह, अजय राव, बनी सिंह, कृष्ण कुमार, राम अवतार, लालाराम पटवारी, दुर्गा प्रसाद, जिले सिंह जेलदार, होशियार सिंह, हजारीलाल, शिवलाल व काफी युवा और भारी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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