घटना नगरपालिका हेलीमंडी क्षेत्र में सिनेमा मार्केट की. तीन दुकानों से लाखों का माल चोरी दो में नाकाम प्रयास. चोरों की संख्या आधा दर्जन से अधिक होने का अनुमान फतह सिंह उजाला पटौदी । पटौदी इलाके के हेलीमंडी नगर पालिका क्षेत्र में अनोखे ही अंदाज में दुकानों से चोरी करने का मामला सामने आया है । यह घटना हेलीमंडी नगर पालिका की किराए पर दी गई दुकानों की है । चोरों ने बीती रात को सिनेमा मार्केट में विभिन्न तीन दुकानों के ताले चटकाए और लाखों रुपए का कीमती तांबे का तार और तांबे का स्क्रैप पार कर ले गए। इसी दौरान चोरों के द्वारा दो अन्य दुकानों में भी ताले तोड़ने की कोशिश की गई ,लेकिन नाकाम रहे । चोरों के द्वारा स्ट्रीट लाइट काटने की घटना सीसीटीवी में भी कैद हो गई है। इस मामले में पीड़ित दुकानदारों के द्वारा स्थानीय पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवा दी गई है। जानकारी के मुताबिक हेलीमंडी पालिका के द्वारा सिनेमा मार्केट में किराए पर दुकानें दी हुई है । यही पड़ी अलग-अलग इलेक्ट्रिकल्स की दुकानों में बीती रात को चोरों के द्वारा चोरी की घटना को अंजाम दिया गया । दुकानों में चोरी हुई है , इस बात का भेद रविवार को सुबह उस वक्त खुला जब आने जाने वालों ने दुकानों के ताले टूटे हुए और शट्र उखड़े हुए देखें। इसके बाद में संबंधित दुकानदारों को फोन पर सूचना दी गई । शर्मा ट्रेडर्स के मालिक शांति स्वरूप के मुताबिक उसकी दुकान से चोर लगभग 5 लाख कीमत के तांबे के तार और तांबे का स्क्रैप चोरी करके ले गए । इस दौरान चोरों ने दुकान को बड़े आराम से खंगाला और जहां जहां भी तांबे के तार के नए बंडल और बोरों में पुराने तांबे के तार भर के रखे हुए थे ,वह सब चोरी कर लिए गए । इसी क्रम में श्री राम ट्रेडर्स के मालिक केसवानंद का कहना है कि उसके यहां से भी चोर लगभग साडे तीन लाख रूपए के तांबे के तार, बिजली के अन्य उपकरण और पुराने तांबे के तार स्क्रैप जोकि बोरों में भरकर रखे गए थे सब कुछ चोरी करके ले गए । गल्ले में भी करीब 10000 रखे हुए थे, चोर गल्ले का ताला भी तोड़ कर नगदी को साफ कर ले गए। इसी प्रकार से पंडित इलेक्ट्रिकल्स के यहां से भी लगभग 1 लाख रूपए के इलेक्ट्रिकल्स के विभिन्न सामान, तांबे के तार और तांबे के स्क्रैप ही चोरी करके ले गए हैं । इतना ही नहीं इन तीन दुकानों में जिस प्रकार से चोरों के द्वारा तांबे के नए तारों के बंडल और तांबे के पुराने स्क्रैप तारों की चोरी की गई है तथा दुकानों को खंगाला गया है । उससे यही अनुमान लगाया जा रहा है कि चोरों की संख्या आधा दर्जन से अधिक होनी चाहिए । क्योंकि जिन दुकानों में चोरी की गई है वह एक प्रकार से मार्केट के एक तरफ और दूसरी तरफ स्थित हैं । ऐसे में इस बात से इंकार नहीं की चोरों के अलग-अलग गुट ने इन दुकानों में घुसकर जो भी कीमती तांबे के तार और तांबे के तार के स्क्रैप थे उन्ही को ही चोरी किया और संभवत किसी वाहन में लाद कर ले गए हैं । इन तीन दुकानों के अलावा भी इसी मार्केट के आसपास में दो अन्य दुकानों पर भी चोरी का नाकाम प्रयास किया गया। लाइट काटते सीसीटीवी में कैद जिस प्रकार से चोरी की घटना को अंजाम दिया गया इस बात की पूरी संभावना है कि चोरों के द्वारा पूरी तरह से यहां रेकी की गई और एक दिन पहले ही रात के समय गहरी धुंध को ध्यान में रखते हुए बीती देर रात का समय चोरी के लिए तय किया गया। सबसे पहले चोरों के द्वारा दुकानों के आसपास लगी हुई स्ट्रीट लाइट को बांस का एक जुगाड़ बना कर तोड़ा गया। जिससे कि आसपास में अंधेरा हो जाए, इसके बाद बहुत ही आराम से दुकानों के ताले चटका कर दुकानों में से कीमती तांबे के तार को और तारों के बंडल को छेड़छाड़ कर संभवत किसी ना किसी वाहन में लाद कर ले जाया गया है । दुकानदारों के मुताबिक तांबे के नए तार और स्क्रैप का वजन कई-कई क्विंटल में बताया गया है । चोरों के द्वारा बिजली के तार अथवा स्ट्रीट लाइट को तोड़ते हुए सीसीटीवी में सारी हरकतें कैद हो चुकी हैं। पुलिस इसी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोरों की पहचान में लगी हुई है । जुगाड़ और ताले आसपास फेंके चोरों के द्वारा स्ट्रीट लाइट के तार तोड़ने का बांस से बनाया गया जुगाड़ और दुकानों के तोड़े गए ताले पास में ही एक प्लाट की चारदीवारी के अंदर फेंके हुए पाए गए । एक दुकानदार के मुताबिक उसके यहां चोरी की यह चैथी घटना है । हैरानी इस बात की है कि पास में ही एक प्राइवेट हॉस्पिटल है ,जहां पर रोगियों का व अन्य लोगों का आवागमन होता रहता है । वही पुलिस राइडर भी गश्त पर रहती है । जिस प्रकार से तीन दुकानों में चोरी की घटना को अंजाम दिया गया ,ऐसे में कम से कम डेढ़ से 2 घंटे इस पूरी चोरी की घटना को अंजाम देने में लगने का अनुमान लगाया जा रहा है । चोरों को तलाश करना और पहचान करना अब स्थानीय पुलिस के लिए बहुत बड़ी चुनौती है। Post navigation महिलाओं परं होने वाली हिंसा और भेदभाव पर चर्चा हेलीमंडी रेलवे ओवर ब्रिज…संकरा और घुमावदार ओवर ब्रिज, बना जान का दुश्मन !