रमेश गोयत

चंडीगढ़। हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज द्वारा किए ट्वीट कि देश विरोध का बीज जिसके भी दिमाग में हो उसका समूल नाश कर देना चाहिए फिर चाहे वह दिशा रवि हो या कोई और। इस ट्वीट को लेकर बेंगलुरु में एक शिकायत देकर एफआईआर दर्ज करने की मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए अनिल विज ने कहा कि ये इंग्लिश स्कूल के पढ़े हुए लोग हैं, इन्हे हिंदी समझ नहीं आती।

विज ने अपने ट्वीट के अर्थ को स्पष्ट करते हुए कहा कि मैंने उस सोच को जो देश विरोधी सोच है उसका नाश करने के लिए कहा है, मैंने बंदो का नाश करने के लिए नही कहा है। विज ने कहा कि बंदो का तो हम शुद्धिकरण करना चाहते हैं। किसी के भी दिमाग में अगर देश विरोध का बीज है उस बीज को नष्ट करने की बात कही है। बाकि कोई भी एफआईआर दर्ज करवाए हम उसका जवाब देंगे।

दिशा रवि को लेकर किये टवीट पर पहले टवीटर ने एतराज जताया था फिर उसे क्लियरेंस दे दी थी जिस पर प्रतिक्रिया देते हुए अनिल विज ने कहा टवीटर को भी इन लोगों ने लिखा था। इनमे कुछ लोगों के अंतराष्टÑीय संबधं हैं। इन्होंने ट्वीट डिलीट करने को कहा था लेकिन टवीटर ने कहा इसमें कुछ भी गलत नही है। इसलिए हम इस ट्वीट को डिलीट नही करते।

दिशा रवि मामले में और भी कई तरह के लिंक निकल कर सामने आ रहे हैं। जिस पर प्रतिक्रिता देते हुए अनिल विज ने कहा कि खोद खोद कर निकालने चाहिए। ऐसे सारे लोग जो देश के खिलाफ विरोधियंों को इकट्ठा कर रहे हैं और विदेशियों के साथ सांठ गांठ कर रहे हैं। विज ने कहा कि विरोध करने का मैं एतराज नही करता हूं, विरोध करने का अधिकार सभी को है, यहां पर प्रजातंत्र है और कोई भी किसी मुद्दे पर विरोध कर सकता है। लेकिन विरोध करने के लिए अगर वो विदेशियों के साथ सांठ-गांठ करता है तो उस पर रोक लगाना बहुत जरूरी है।

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