कृषि उद्यमियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा इंस्टीट्यूट. दौलताबाद में पांच विभाग का 125 करोड़ से बनेगा संस्थान फतह सिंह उजाला गुरूग्राम। चैधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय(सीसीएस एचएयू) हिसार गुरूग्राम जिला के गांव दौलताबाद में इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट एवं एग्रीप्रेन्योरशिप नामक संस्थान का निर्माण करेगा। जिसकी आधारशिला प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने रखी। सीसीएस एचएयू हिसार द्वारा गांव दौलताबाद में आयोजित शिलान्यास कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संस्थान हरियाणा प्रदेश में तो अनूठा है ही , देश में भी इसके मुकाबले का संस्थान नही है। उन्होंने इस संस्थान के माध्यम से कृषि उत्पादों को बेचने और उनके प्रबंधन के पूरे अवसर मिलेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में कृषि जोत छोटी होती जा रही है और ऐसे में हमें सोचना होगा कि किस प्रकार थोड़ी जोत भूमि में नई तकनीक अपनाकर या वैज्ञानिक तरीके से खेती करके तथा मार्किट की मांग के अनुसार कृषि उत्पादन करके ज्यादा लाभ अर्जित करना है। इस बारे में योजनाएं बनानी पड़ेगी और किसानों को भी फसलों में विविधिकरण अपनाना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली एनसीआर में लगभग 4 करोड़ आबादी रहती है और उसकी दिन प्रतिदिन की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए इस क्षेत्र में पड़ने वाले हरियाणा प्रदेश के किसानों को पैरी अर्बन एग्रीकल्चर अपनाने की जरूरत है। इसका मतलब है कि दिल्ली एनसीआर की जरूरत को पूरा करने के लिए हम सब्जी , फल , फूल , दूध , मछली पालन , दुग्ध उत्पाद आदि के उत्पादन बढ़ाएं। श्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का संकल्प है कि सन 2022 तक किसान की आय दोगुनी हो और इस दिशा में हरियाणा सरकार काम कर रही है। उन्होंने बताया कि हरियाणा में किसान कल्याण प्राधिकरण बनाया गया है ताकि अलग-2 विभागों के माध्यम से लागू की जा रही कृषि संबंधी योजनाओं का पूरा लाभ किसानों को दिलवाया जाए। उन्होंने बताया कि जिस संस्थान की आधारशिला रखी गई है उसमें पांच प्रकार के कोर्सिज होंगे। इनमें एग्री बिजनेस मैनेजमेंट , रूरल मैनेजमेंट , बिजनेस मैनेजमेंट , एंटरप्रेन्योरशिप मैनेजमेंट तथा काॅपरेटिव मैनेजमेंट के कोर्स शामिल हैं। यहां से विधाएं सीखकर शिक्षित युवा रोजगार के ज्यादा अवसर प्राप्त करने के लिए योग्य बनेंगे। यही नही, यह संस्थान एक एक्सचेंज के रूप में भी काम करेगा जिसमें बड़े-बड़े संस्थानों का योग्य उम्मीदवारों के साथ तालमेल करवाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों की आय बढ़ाने की दिशा में लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (लुवास) के साथ भी योजनाओं पर काम चल रहा है। यही नही, करनाल में बागवानी विश्वविद्यालय की स्थापना हो रही है ताकि किसानों को बागवानी अपनाने के लिए प्रेरित किया जा सके। इस मौके दौलताबाद व आस पास के 12 गांवो के सरपंचो ने मुख्यमंत्री को पगड़ी भेंटकर सम्मानित किया। इससे पहले अपने विचार रखते हुए कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जे पी दलाल ने कहा कि हरियाणा सरकार किसानों की भलाई के लिए जो काम कर रही है, देश में उसका कहीं कोई मुकाबला नही हैं , चाहे फसल खरीदने की बात हो या फसलों के उचित भाव देने की बात हो। इस मौके पर बादशाहपुर के विधायक एवं हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज के चेयरमैन राकेश दौलताबाद ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आज इस इलाके को इतनी बड़ी सौगात दी है कि यहां पर विश्वस्तरीय संस्थान बनेगा । उन्होंने कहा कि यहां से पास होने वाले विद्यार्थियो की शत प्रतिशत प्लेसमेंट होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने ही कृषि से जुड़ी आबादी के कल्याण के बारे में सोचते हुए यह कदम उठाया है। Post navigation कृषि बिलों पर प्रदर्शन में कांग्रेस सहित विपक्षी की राजनीति मुंजाल शोवा प्रबन्धन के अड़ियल रवैये को लेकर श्रमिकों में भारी रोष