कितलाना टोल पर अनिश्चित कालीन धरना 50वें जारी, टोल रहा फ्री। चरखी दादरी, जयवीर फोगाट कितलाना टोल पर अनिश्चित कालीन धरना आज 50वें दिन में प्रवेश कर गया लेकिन किसानों का हौंसला देखते ही बनता है। किसानों ने धरनास्थल पर नारेबाजी करते हुए ऐलान किया कि सरकार जो मर्जी षड्यंत्र रचे लेकिन वे ना बटेंगे ना थकेंगे और ना ही रुकेंगे। उनका कहना है कि देश के अन्नदाता का संघर्ष तीन काले कानून रद्द होने तक जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि सरकार अहंकार में चूर है लेकिन भूल रही है कि घमंड तो रावण का भी नहीं चला था। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा देश भर में किसान पंचायत कर रहा है। उन आयोजनों में भारी भीड़ उमड़ रही है। ये इस बात का प्रतीक है कि किसान आंदोलन अब जनांदोलन बन गया है जिसको सभी वर्गों का समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि किसान, मजदूर अपने हकों को लेकर जागरूक हो गए हैं अब कुम्भकर्णी नींद में सोई सरकार को जगाकर रहेंगे। अनिश्चित कालीन धरने के 50वें दिन सुरजभान सांगवान, बिजेंद्र बेरला, सुरेश फौगाट, गंगाराम श्योराण, रणधीर कुंगड़, सुभाष यादव ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में अब तक 200 से किसान शहादत दे चुके हैं जिनको श्रद्धांजलि देने के लिये गुरुवार को विपक्षी सांसद ने 2 मिनट का मौन रखने को कहा उस दौरान भाजपा के सांसदों ने जिस तरह का हो हुल्लड़ किया वो बेहद निंदनीय है। धरने पर संयुक्त अध्यक्ष मंडल ने प्रस्ताव रख पिछले दिनों दादरी में पुलिस की गोली से जान गवानें वाले युवा बिंदर के परिवार से संवेदना जताई। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि इस घटना में जो भी दोषी हैं उनको गिरफ्तार करना चाहिए और पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद के साथ एक सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए। धरने के मंच संचालन रणधीर घिकाड़ा ने किया। आज भी टोल फ्री रहा। इस अवसर पर नर सिंह डीपीई, मंगल सुई, राजू मान, डॉ ओमप्रकाश, प्रोफेसर जगमिंद्र सांगवान, धर्मेन्द्र छपार, मास्टर ओमप्रकाश कितलाना, पूर्व सरपंच ओमप्रकाश पचगांव,लवली सरपंच, सूबेदार सत्यवीर, पूर्व सरपंच समुन्द्र सिंह, डॉ भरत सिंह, सुकान्त, शकुंतला कोंट, यतार्थ, नरेंद्र सिंह, सुमेर जांगड़ा, मौजीराम, संदीप लाठ जौली, दलीप सिंह, राजेश झोझू, कृष्णा सांगवान, रतन्नी देवी, ओम सिंह, राजवीरेंद्र,सुमेर, बलबीर, होशियार, प्रेम सिंह, रामधारी, रमेश, सत्यवान, बालकिशन शर्मा, रामानंद पूर्व सरपंच, जयप्रकाश प्रजापत, दयापाल, रामफल शर्मा, कुलदीप, राजकपूर, जयनारायण, नफेसिंह, उमेद, शमशेर इत्यादि मौजूद थे। Post navigation 75 सालों में डीजल पेट्रोल के दाम उच्चतम स्तर पर – अनिल धनखड़ बिंदर की हत्या में शामिल सभी आरोपियों की गिरफ्तारी ना होने से भड़के लोग