पैंतालिसा किसान महापंचायत ने किया सम्मानहजारों की भीड़ में अभय बोले, किसानों के हितों से बढक़र कोई पद नहीं सिरसा 5 फरवरी: पैंतालिसा किसान महापंचायत की ओर से नाथुसरी चौपटा में आयोजित एक जनसभा में शुक्रवार को इनेलो के प्रधान महासचिव एवं पूर्व विधायक अभय सिंह चौटाला द्वारा किसान हितों के लिए हरियाणा विधानसभा से त्यागपत्र देने जैसे बड़े कदम उठाने और किसानों के प्रति पूरी तरह से समर्पित भाव से कार्य करने के मद्देनजर सम्मान स्वरूप उन्हें पगड़ी व हल देकर ‘‘किसान केसरी सम्मान’’ से सम्मानित किया गया। इस सम्मान समारोह का आयोजन महापंचायत के संयोजक अमनदीप गोदारा व उनके सहयोगियों विनोद मिठासरा व कुलदीप डिप्टी की ओर से किया गया। विधायक पद से इस्तीफा देने के कदम को देखते हुए उन्हें सही मायने में पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की तर्ज पर ही किसान हितैषी बताया। इसके बाद अभय सिंह चौटाला ने चौटाला गांव में किसान जनजागरण सम्मेलन में भी हजारों किसानों को सम्बोधित किया। इस अवसर पर उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने कहा कि संसदीय चुनावों से पूर्व नरेंद्र मोदी ने कहा था कि वे सत्ता में आने पर न केवल किसानों का कर्ज माफ करेंगे बल्कि दो करोड़ युवाओं को रोजगार तथा स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करते हुए किसानों की आय दोगुणी करने के लिए कदम उठाएंगे मगर सत्तासीन होने के बाद उपरोक्त वायदों को भूलकर किसान व किसानी को बर्बाद करने वाले तीन कृषि कानूनों को लागू कर दिया। उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े कार्पोरेट घरानों के दबाव में किसानों को पंूजीपतियों के हवाले कर दिए जाने के षड्यंत्र बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग किसानों के हकों की बात करते थे और उनके हितों के लिए त्याग-पत्र देने के साथ-साथ चौधरी देवी लाल के पदचिह्नों पर चलने का दम भरते थे, वे अब सुरक्षा के घेरे में अपने घरों को जाने पर मजबूर हैं। उन्होंने किसानों को सचेत करते हुए कहा कि सरकार की नजर उनकी जमीनों पर है और उसकी कोशिश है कि किसी लालच के कारण किसानों की जमीन ले ली जाए। उन्होंने 6 फरवरी को किसान संयुक्त मोर्चा की ओर से प्रस्तावित तीन घंटे के चक्का जाम पर लोगों से आह्वान किया कि वे राजस्थान की सीमा से हरियाणा में किसी को प्रवेश न करने दें और किसान संयुक्त मोर्चा के हर आदेश का पालन करें। कांग्रेस पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि किसानों के हित की झूठी फिक्र करने वाली कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा में किसानों के मुद्दे पर वॉकआउट कर दिया जबकि वे अकेले ऐसे विधायक थे जिन्होंने तीनों कृषि कानूनों का विरोध करते हुए उन पर चर्चा करने की मांग की मगर सरकार के मन में इन कानूनों को लेकर खोट था और इसलिए उन्होंने इस पर कोई चर्चा नहीं की। यदि कांग्रेस इस मुद्दे पर ईमानदार होती तो वह काम रोको प्रस्ताव ला सकती थी। इनेलो नेता ने कहा कि किसानों व आमजन के हितों से बढक़र उनके लिए कोई भी पद नहीं है। भविष्य में जनता और किसानों के आशीर्वाद से ही उन्हें विधायक का पद पुन: मिलेगा। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि वे संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत व किसान नेता बलबीर राजेवाल से बात कर सिरसा में भी किसान महापंचायत करवाने का प्रयास करेंगे। इस अवसर पर उनके साथ इनेलो जिलाध्यक्ष कश्मीर सिंह करीवाला, पूर्व मंत्री भागीराम, जयवीर गोदारा रणधीर जोधकां, विनोद दड़बी, प्रदीप मेहता, मनोहर मेहता, प्रवक्ता महावीर शर्मा, महेंद बाना, विनय श्योराण, डॉ. विनोद गोदारा, विनोद बेनीवाल, सुभाष हंजीरा, राजेंद्र देसूजोधा व हरपाल सिंह सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे। Post navigation सैकड़ों ट्रैक्टरों के साथ टिकरी बॉर्डर रवाना हुए अभय सिंह चौटाला राज्यपाल प्रो० गणेशी लाल की धर्मपत्नी स्वः सुशीला देवी की शोक सभा