हेली मंडी और पटौदी में विश्व कैंसर दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम. छात्राओं के द्वारा विभिन्न रंगोली के माध्यम से किया गया जागरूक फतह सिंह उजाला पटौदी । बीते वर्ष कोरोना कोविड-19 जैसी महामारी को देखते हुए आज हम यह भरोसा कर सकते हैं कि किसी भी रोग के प्रति आम जनमानस को जागरूक करने में छात्र वर्ग की महत्वपूर्ण भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता। छात्र वर्ग रोगों के बारे में जानकर अपने घर, गांव, मोहल्ले में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं और निभाते आ रहे हैं । सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि युवा छात्र-छात्राओं को संबंधित रोग के बारे में सही प्रकार से जानकारी भी दी जानी चाहिए । यह बात पटोदी नागरिक अस्पताल की एसएमओ डॉक्टर नीरू यादव ने विश्व एड्स दिवस के मौके पर हेलीमंडी नागरिक अस्पताल और पटौदी के कपूरी देवी गल्र्स राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में आयोजित अलग-अलग कार्यक्रम के दौरान कही । उन्होंने कहा कि सबसे पहले दृढ़ इच्छाशक्ति का होना जरूरी है । जिसकी बदौलत किसी भी प्रकार की गंभीर बीमारी अथवा रोग होने के बावजूद पीड़ित व्यक्ति के अंदर रोग प्रतिरोध आत्मक दृढ़ इच्छाशक्ति मजबूत बनती है । यही वह ठोस इच्छाशक्ति है, जिसकी बदौलत गंभीर से गंभीर रोग अथवा बीमारी पर भी कोई भी इंसान विजय प्राप्त कर सकता है । इस मौके पर मेजबान स्कूल के प्रिंसिपल महावीर सिंह , इको अवेयरनेस क्लब हेली मंडी की अध्यक्ष कुसुम गुप्ता , समाज सेवी नवीन बिट्टू मित्तल , मिस हरियाणा रितु कटारिया सहित अध्यापक गण एवं स्वास्थ्य कर्मी भी मौजूद रहे । एसएमओ डॉक्टर नीरू यादव ने कहा कोई भी बीमारी अथवा रोग हो, वह हमारी रोग प्रतिरोधात्मक शारीरिक क्षमता कमजोर हो रहने के कारण ही शरीर में अपनी जगह बनाने में सफल हो पाता है । ऐसे में जरूरी है कि हम सभी को यह प्रयास करना चाहिए शरीर की रोग प्रतिरोधक ताकत को और अपनी इच्छाशक्ति को दृढ़ बनाए रखें । कैंसर होने के विभिन्न कारण हो सकते हैं , लेकिन हम अपनी जीवनशैली में बदलाव के साथ ही संतुलित आहार दिनचर्या में शामिल करके स्वस्थ रह सकते हैं । कुछ प्रकार के हार्मोन भी कैंसर का कारण बन सकते हैं। उम्र बढने के साथ भी कुछ प्रकार के कैंसर होने का खतरा बढ़ता रहता है। इसमें कोलन कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर शामिल है। परिवार में पहले किसी को कैंसर होना भी इसका खतरा बढ़ा देता है। इसमें अधिकतर ब्रेस्ट कैंसर के मामले देखे जाते हैं। कार्य के दौरान संपर्क में आने वाले कुछ हानिकारण पदार्थ भी कैंसर होनेे के खतरे को बढ़ा सकते हैं। मोटापा भी कैंसर के खतरे को बढ़ा देता है। अधिक मात्रा में वसायुक्त आहार लेना और शारीरिक गतिविधियां कम करने से शरीर का संतुलन खराब होने लगता है। यह कैंसर का खतरा बढ़ाता है। इसलिए जरूरी है कि कैंसर से बचाव के उपायों पर हम ध्यान दें। एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर और जोखिम कारणों को कम करके कैंसर विकसित होने से बचा जा सकता है। जो लोग कैंसर से प्रभावित हैं, वे सामान्य जीवनशैली को अपनाएं। घर पर ही बना पोषक आहार लें। रोजाना कम से कम आधे घंटे तक व्यायाम करें। अगर कठिन व्यायाम नहीं कर पाते हैं तो इतने समय तक तेजी से चलें। तंबाकू और उससे बने उत्पादों का सेवन ना करें और शराब ना पियें। नियमित रूप से स्वास्थ्य की जांच करवाते रहें। अनुशासन और संयम से बीमारी हारेगी इसी मौके पर मिस हरियाणा एवं केमिस्ट्री की अध्यापिका रितु कटारिया ने कहा कि भारत जैसे देश में जब कोरोना जैसी महामारी पर अनुशासन और संयम के साथ रहकर जीत हासिल की जा सकती है । तो छात्र-छात्राओं के सहयोग से इन्हें सही प्रकार जानकारी देकर किसी भी प्रकार की बीमारी को फैलने से भी रोका जा सकता है । इको अवेयरनेस क्लब हेली मंडी की अध्यक्ष कुसुम गुप्ता ने कहा जीवन में सफाई और स्वच्छता का विशेष महत्व है । जितना अधिक हम स्वच्छता पर ध्यान देंगे , उतना ही बीमारियां भी हमारे से दूर ही रहेंगी। इसी मौके पर सामूहिक रूप से छात्राओं को शपथ भी दिलाई गई कि किसी भी रोग अथवा बीमारी को लेकर अपने मन और मस्तिष्क में नकारात्मक सोच को कभी भी नहीं पनपने देना चाहिए । यही एक ऐसा मूल मंत्र है जो कि हमें आजीवन स्वस्थ रहने में मददगार साबित हो सकता है। Post navigation क्वालिटी आफ लाइफ, सेना के अलावा कहीं भी नहीं: बिग्रेडियर सिंह … और आरंभ हुआ जाटोली फाटक पर अंडरपास निर्माण कार्य