फरीदाबाद : ठंडे पड़ चुके दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के 130 करोड़ रुपए के पिलर बॉक्स घोटाले को एनआईटी विधायक नीरज शर्मा ने एक बार फिर कुरेद दिया है। इस घोटाले में दोषी पाए गए अधिकारियों की फिर फरीदाबाद में नियुक्ति का मामला एनआईटी विधायक नीरज शर्मा ने लोक उपक्रम समिति की बैठक में उठाया। इस मामले में मुख्यमंत्री के निर्देश पर दोषी अधिकारियों के ख़िलाफ़ आपराधिक मामले दर्ज कराने का आदेश दिया गया था। समिति के अध्यक्ष विधायक असीम गोयल ने इस मामले में अतिरिक्त मुख्य सचिव टी सी गुप्ता से दोषी अधिकारियों के खिलाफ की गई कार्यवाही की पूरी रिपोर्ट मांगी है। नीरज शर्मा ने समिति को बताया था कि इस मामले में ऐसे ऐसे ठेकेदारों को भ्रष्ट अफसरों ने ठेका दे दिया जिनके पास पात्रता नहीं थी। घटिया माल की खरीद हुई। भुगतान भी अनुचित तरीके से हुआ। 2012 में दिए गए इन ठेकों का पर्दाफाश 2014 में आरटीआई के मध्यम से हुआ था। 2015 में हुई विभागीय जांच में दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम के 57 अधिकारी शामिल पाए गए थे। जिनमें से 7 को निलंबित किया गया था। 46 अन्य अधिकारियों की वेतन वृद्धि और प्रमोशन पर रोक लगा दी गई थी। जिनमें 19 एस डी ओ 23 जेई व चार सहायक शामिल थे। विधायक नीरज शर्मा ने समिति को बताया कि इस मामले में विभाग के आला अधिकारियों ने दोषी अफसरों के खिलाफ़ मानवीय भूल का हवाला देते हुए सिर्फ वेतन वृद्धि रोकने का काम किया था अब एक बार फिर उन भ्रष्ट अधिकारियों को फिर फरीदाबाद में नियुक्ति दे दी गई है। श्री शर्मा ने इस मामले में दुख भी जताया है कि माननीय मुख्यमंत्री के आदेशों की परवाह भी नहीं की गई है और दोषी अधिकारियों को फिर मलाईदार पोस्टों पर नियुक्त कर दिया गया है। श्री शर्मा ने समिति से सिफारिश की है कि मामले में शामिल रहे अधिकारियों को उन जिलों में फिर नियुक्त ना किया जाए जहां इस घोटाले में उनकी संलिप्तता पाई गई साथ ही उन्हें पब्लिक डीलिंग से भी दूर रखा जाए। Post navigation विवेक बंसल और नीरज शर्मा ने टिकैत से मिलकर दिया समर्थन फरीदाबाद : गर्भपात करती थी फर्जी महिला डॉक्टर, स्वास्थ विभाग ने स्टिंग ऑपरेशन कर पकड़ा