भिवानी/मुकेश वत्स एआईयूटीयूसी सहित देश की 10 बड़ी केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने 3 फरवरी को 4 लेबर कोड व बिजली बिल-2020 की प्रतियां देश के सभी जिला मुख्यालयों /औद्योगिक क्षेत्रों में प्रतिवाद स्वरूप फूंकने का आह्वान किया है। मजदूर संगठनों के तीव्र विरोध को अनदेखा करते हुए बीजेपी सरकार ने लॉकडाउन के दौरान श्रमिक विरोधी व सरमायदार परस्त लेबर कोड संसद में पारित कर दिए। ऐसा करके देश के मजदूरों से बची-खुची मामूली राहत भी छीन ली और मजदूरों को पूरी तरह से निहत्था करके सरमायदारों के सामने परोस दिया है ताकि मजदूरों का निर्मम शोषण करके कार्पोरेट घराने अपना अधिकतम मुनाफा बढ़ा सके। 8 घंटे की जगह 12 घंटे कार्य दिवस करना, 300 श्रमिक संख्या तक के उद्योग को छंटनी,तालाबंदी, ले – आफ, कारखाना बंदी करने के लिए पूरी तरह से आजाद कर दिया। जब चाहे नौकरी से निकालने, जब चाहे नौकरी पर रखने का एकाधिकार मालिकों को दे दिया। श्रमिकों द्वारा यूनियन बनाना लगभग असंभव बना दिया, इसी तरह के अनेक प्रावधान नए लेबर कोड में श्रमिक विरोधी लाए गए हैं। कामरेड हरिप्रकाश ने कहा कि 3 फरवरी को ए आई यू टी यू सी के सभी कार्यकर्ता, जिला कमेटी, यूनियनों की कार्यकारिणी इस कार्यक्रम को सफल बनाएंगे। कामरेड हरिप्रकाश ने प्रदेश के अन्य मजदूरों उनकी यूनियनो से भी अपील की है। Post navigation राव दान सिंह, राव कमलवीर, सोमबीर सांगवान ने कितलाना टोल पर बढ़ाया किसानों का हौंसला उपायुक्त ने नौ सरपंचों को सस्पेंड कर तीन सरपंचों को टर्मिनेट किया