गाजीपुर बॉर्डर/चंडीगढ़, 30 जनवरी: इंडियन नेशनल लोकदल के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला  शनिवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के समर्थन में गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे। धरने पर बैठे किसानों को संबोधित करते हुए इनेलो नेता ने कहा कि भाजपा का विधायक हथियारबंद बदमाशों के साथ धरनास्थल पर आकर गुण्डागर्दी करता है और पुलिस को कहता है कि धरनारत किसानों को आप नहीं हटाओगे तो हम हटाएंगे जो कि नाकाबिले बर्दास्त था। उन्होंने कहा कि यूपी के मुख्यमंत्री किसानों के साथ बातचीत से तो आंदोलन समाप्त कर सकते हैं लेकिन सरकार की तरफ से लाठी, डंडे, बंदूक और दबंगई दिखाकर किसान आंदोलन को कुचलने की चेष्टा करोगे तो यहां केवल यूपी, हरियाणा और पंजाब का किसान नहीं बल्कि पूरे देश का किसान आकर जहां आपकी सरकार का तख्तापलट कर देगा वहीं केंद्र की सरकार को तीन काले कृषि कानून खत्म करने और देश का किसान कैसे खुशहाल हो, उसके लिए किसानों के हित के कृषि कानून बनाने पर मजबूर कर देगा। इनेलो नेता ने कहा कि किसान पहले तो किसी को छेड़ता नहीं, लेकिन अगर किसान को कोई छेडऩे की कोशिश करता है तो किसान उसे छोड़ता नहीं।

इनेलो नेता ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने सत्ता में आने से पहले वायदा किया था कि उनकी पार्टी सत्ता में आई तो किसान को फसल की लागत का 50 फीसदी ज्यादा मुनाफा देंगे,  स्वामी नाथन की रिपोर्ट लागू करेंगे, किसानों के कर्जे माफ कर देंगे और किसानों को खुशहाल कर देंगे। लेकिन हैरानी की बात है जब कोरोना महामारी के कारण देश आर्थिक तौर पर कमजोर हो रहा था तब छोटे-बड़े उद्योग, स्कूल-कॉलेज, छोटे दुकानदार और बहुत सारे कामधंधे बंद हो गए थे। उस वक्त अगर देश को किसी ने मजबूत किया तो केवल और केवल देश का अन्नदाता था। किसान कोरोना की चिंता किए बिना अपने खेत में काम करता रहा और उसने अपनी फसल की उपज को और अधिक मेहनत के साथ पकाकर देश के गरीब, आम आदमी का पेट भरने का काम किया। देश के प्रधानमंत्री ने स्वयं यह बात कही थी कि अगर देश आज आर्थिक रूप से मजबूत है तो उसमें सबसे बड़ा योगदान  किसान का है। लेकिन भाजपा सरकार ने अन्नदाता के साथ विश्वासघात करते हुए कोरोना की आड़ में किसानों को खत्म करने के लिए तीन काले कृषि कानून बना दिए।

उन्होंने कहा कि पिछले दो महीनों से किसान शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहा है लेकिन सरकार ने आंदोलन को बदनाम करने के लिए उन्हें खालिस्तानी, आतंकवादी और देशद्रोही साबित करने की भरपूर कोशिश की लेकिन वो अपने मनसूबों में कामयाब नहीं हो पाए। उन्होंने कहा कि जहां हम 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस की परेड को पर्व के रूप में मनाते हैं, वहीं भाजपा सरकार साजिश रचकर किसानों पर चोरी, डकैती और लूटपाट के मुकदमे दर्ज कर रही थी। किसान कभी भी चोरी, लूटपाट जैसा घिनौना काम नहीं करता। उन्होंने यूपी के आंदोलन कर रहे किसानों को आश्वस्त किया कि हरियाणा का एक-एक व्यक्ति उनके साथ खड़ा है।

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