जिला में फिल्म सिटी स्थापित करने को मुख्यमंत्री के नाम भेजा ज्ञापन अशोक कुमार कौशिक नारनौल। जिला के विभिन्न संगठनों ने महेंद्रगढ़ जिले में हरियाणा फिल्म सिटी स्थापित करने बारे उपायुक्त अजय कुमार के माध्यम से मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नाम ज्ञापन भेजा। दक्षिणी हरियाणा सांस्कृतिक मंच के बैनर तले लगभग 14 संगठनों ने हस्ताक्षर करके मुख्यमंत्री से इस बारे में जल्द से जल्द कार्यवाही करने का अनुरोध किया। आज लघु सचिवालय में पहुंचकर इन सभी संगठनों ने उपायुक्त अजय कुमार से मुलाकात की तथा उन्हें यह ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया है कि हरियाणा सरकार द्वारा सिनेमा उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए यह फिल्म नीति कारगर सिद्ध होगी। ज्ञापन में कहा है कि सरकार की इस नीति से न केवल हरियाणा की संस्कृति को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी बल्कि यहां के नागरिकों को रोजगार भी मिलेंगे। दक्षिणी हरियाणा में फिल्म सिटी स्थापित करने की मांग पर जोर देते हुए सभी संगठनों ने कहा कि सरकार ने पिछले 6 साल में नारनौल शहर के चारों तरफ राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण करवाया है। इससे यहां की भौगोलिक स्थिति बहुत ही सुंदर हो गई है जो फिल्म उद्योग के लिए सबसे उपयुक्त है। उन्होंने बताया कि नारनौल हेरिटेज टूरिस्ट सर्किल में आता है। यह राजधानी दिल्ली में जयपुर के नजदीक होने के कारण मुंबई के निर्माता निर्देशकों की पहली पसंद होगा। उन्होंने बताया कि हरियाणा फिल्म सिटी की स्थापना के लिए उच्च अधिकार प्राप्त समिति के सदस्यों को नारनौल की भौगोलिक स्थिति का जायजा लेना चाहिए। यहां पर आकर्षक ऐतिहासिक कई धरोहर हैं जो विश्व प्रसिद्ध है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी हरियाणा में दक्षिणी हरियाणा सांस्कृतिक मंच द्वारा फिल्म झणकदार कंगना नारनौल में बन चुकी है। उसके बाद भी यहां हिंदी व प्रादेशिक फिल्मों में शूटिंग का यहां लगातार फिल्मांकन किया जाता रहा है। यह स्थान फिल्म छायाकंन के लिए बहुत ही उपयोगी है। नारनौल शहर के पास ही बाछौद हवाई पट्टी स्थापित है जो फिल्म निर्माण में मील का पत्थर साबित होगी। ज्ञापन देने वालों में दक्षिणी हरियाणा सांस्कृतिक मंच तथा रेडियो अरावली के संस्थापक संतलाल प्रसिद्ध इतिहासकार रतन लाल सैनी भूप सिंह यादव सुरेश शर्मा कृष्ण अवतार स्वामी रोहतास यादव के अलावा अन्य संगठन के नागरिक मौजूद थे। Post navigation नारनौल की ऐतिहासिक धरोहरों का होगा जीर्णाेद्वार: ओमप्रकाश यादव एक दिन फिर दौड़ेगा लोकतंत्र