·         निरंतर टिकरी बार्डर पर पानीशौचालय व्यवस्थासाफ-सफाईलंगर व्यवस्था आदि इंतजामों का खुद लेते हैं जायजाप्रदेश भर में लगे धरनों पर भी पहुंचकर साथ व समर्थन देते रहे हैं 

·         किसान आंदोलन में हरियाणा के शहीद किसानों को कांग्रेस विधायक दल अपनी तरफ से दे रहा है 2-2 लाख रुपये – दीपेंद्र हुड्डा

·         किसानों की मांगों और समस्या के समाधान के प्रति गंभीर नहीं सरकार- दीपेंद्र हुड्डा

·         किसानों को टरका रही सरकार वार्ता के नाम पर टाईम पास कर रही है – दीपेंद्र हुड्डा

·         9 राउंड की वार्ता और 100 से ज्यादा किसानों की जान जाने के बावजूद कोई समाधान नहीं निकला- दीपेंद्र हुड्डा

·         लम्बी-लम्बी मीटिंग, नतीजा जीरो – दीपेंद्र हुड्डा

·         सरकार के उपेक्षापूर्ण रवैये की वजह से आंदोलन में इतनी बड़ी संख्या में किसानों की जान जा रही हैलगातार किसानों की हो रही मौतों के लिये सरकार जिम्मेदार- दीपेंद्र हुड्डा

·         किसान संघर्ष में जान गंवाने वाले किसानों के परिवार को सरकार ज्यादा से ज्यादा आर्थिक मदद व नौकरी दे- दीपेंद्र हुड्डा

चंडीगढ़, 15 जनवरी। सांसद दीपेंद्र हुड्डा आज फिर बहादुरगढ़-दिल्ली स्थित टिकरी बार्डर धरने पर पहुंचे और वहां पानी, शौचालय व्यवस्था, साफ-सफाई, लंगर व चिकित्सा व्यवस्था का मुआयना किया और जरुरी इंतजाम बढ़ाने के निर्देश दिये। इस दौरान उन्होंने धरनारत किसानों से मिलकर उनका हाल-चाल भी पूछा। इस दौरान उनके साथ बहादुरगढ़ के स्थानीय विधायक राजेन्द्र जून व नगरपालिका चैयरमैन शीला राठी मौजूद रहीं। दीपेंद्र हुड्डा ने हर बार की तरह आज भी स्वयं इंतजामों का मुआयना करने के बाद पानी के टैंकरों की संख्या बढ़ाने और शौचालयों में और ज्यादा सफाई कराने व इनकी संख्या भी बढ़ाने के निर्देश दिये। वे लगातार प्रदेश भर में जगह-जगह लगे किसानों के धरनों पर पहुंचकर उनकी मांगों का समर्थन करते रहे हैं। ज्ञात हो कि बहादुरगढ़ का इलाका उनके लोकसभा चुनाव क्षेत्र के तहत आता है और वे निरंतर जाकर किसानों से मिलते हैं और उनकी समस्याओं का समाधान निकालने का प्रयास करते हैं। इस काम में उन्होंने स्थानीय विधायक व नगर पालिका चेयरमैन को भी इंतजामों के देखरेख की जिम्मेदारी सौंप रखी है।

सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने आंदोलनरत किसान संगठनों और सरकार के बीच 9 दौर की वार्ता और 100 से ज्यादा किसानों की जान जाने के बावजूद समाधान न निकलने पर गहरी चिंता और दुःख प्रकट किया। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि लम्बी-लम्बी मीटिंग के बाद नतीजा जीरो है। सरकार के उपेक्षापूर्ण रवैये की वजह से ही आंदोलन में इतनी बड़ी संख्या में किसानों की जान जा रही है। लगातार किसानों की हो रही मौतों के लिये सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार है। उन्होंने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष चौ. भूपेंद्र सिंह हुड्डा के निर्देश पर किसान आन्दोलन में जान कुर्बान करने वाले हरियाणा के प्रत्येक किसान के परिवार को कांग्रेस विधायक दल द्वारा अपनी ओर से 2-2 लाख रुपये की सहायता दी जा रही है। इसके अलावा अभी तक कोई भी पीड़ित किसान परिवारों की मदद के लिये आगे नहीं आया। उन्होंने सरकार से मांग रखी कि किसान संघर्ष में जान गंवाने वाले किसानों के परिवार को सरकार ज्यादा से ज्यादा आर्थिक मदद एवं नौकरी दे।

उन्होंने कहा कि सरकार के असंवेदनशील रवैये से स्पष्ट है कि वो किसानों को टरका रही है और बातचीत के नाम पर टाईम पास कर रही है। सरकार की ये सोच है कि किसानों को इतना परेशान कर दो कि वो सर्दी व बरसात से दुखी होकर बिना मांगों को मनवाये खुद ही पीछे हट जाएं। लेकिन ये सरकार की गलतफहमी है। देश का अन्नदाता तीनों कृषि कानून वापस कराने और एमएसपी की कानूनी गारंटी की अपनी मांग पर अडिग है। किसान अपनी जायज मांगों से पीछे नहीं हटने वाले। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सरकार का अमानवीय चेहरा पूरी तरह से सबके सामने आ गया है। सरकार को न तो किसानों की जान जाने की फिक्र हो रही है न ही वह उनकी मांगों को मानने के प्रति कोई सकारात्मक रुख दिखा रही है।

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