हैंडीकैप मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने के लिए प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री के नाम लिखा पत्र  राजेश  ने ,कोई जबाव न आने से निराश 

हांसी  , 13 जनवरी । मनमोहन शर्मा 

राजेश कुमार निवासी गांव गंगवा की पेट की बीमारी व इंफेक्शन के चलते 2 साल पहले बड़ी आंत निकाली गई और  परमानेंट टॉयलेट बैग स्थापित कर दिया गया आदेश के परिवार में कमाने वाला केवल मात्र राजेश एक सदस्य था परंतु अब कोई भी काम करने लायक नहीं है क्योंकि टॉयलेट बैग हमेशा लगा हुआ होता है ।

राजेश पिछले 2 साल से हिसार के सिविल हॉस्पिटल में अग्रोहा सरकारी हॉस्पिटल, रोहतक पीजीआई के उच्चाधिकारियों के पास चक्कर काट चुके हैं मेडिकल गाइड लाइन में किसी व्यक्ति के हैंडीकैप होने के लिए अलग-अलग बिंदु दिए हुए हैं जिनमें इस प्रकार का कोई बिंदु व्याख्या नहीं है कि ऐसे केस में व्यक्ति को कितना प्रतिशत दिव्यांग माना जाए ।

इसीलिए आज युवा कांग्रेस प्रदेश सचिव आज मनोज टाक माही के द्वारा  उपायुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखकर मांग की गई कि वह अपना विशेषाधिकार का प्रयोग करके  राजेश को दिव्यांग की श्रेणी में लिया जाए व दिव्यांग भत्तो की योजनाओं में शामिल किया जाए,हरियाणा के हैल्थ मनिस्टर अनिल विज को भी ट्वीट के माध्यम से मामले से अवगत करवाया गया

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