गुरुग्राम में टीआई रेडक्रॉस की ओर से लगातार लगाए जा रहे शिविर गुरुग्रामः 9 जनवरी 2021 – एचआईवी एड्स के प्रति जागरुक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग हरियाणा स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी पंचकूला के अंतर्गत एचआईवी/एड्स नियंत्रण की लक्षित हस्तक्षेप परियोजना (टीआई) के निर्देशन एवं जिला उपायुक्त एवं प्रधान रेडक्रास सोसायटी यश गर्ग के मार्गदर्शन में टारगेटेड इन्टरवेंशन प्रौजेक्ट, रेडक्रॉस सोसायटी गुरुग्राम की ओर से ट्रक ड्राइवरों को जागरुक करने के लिए शिविर लगाया गया। इस दौरान यहां ट्रक ड्राइवरों को एकत्रित करके उन्हें एचआईवी एड्स के प्रति जागरुक किया गया। टी आई प्रोजेक्ट डायेरेक्टर एवं सचिव रेडक्रास सोसायटी श्याम सुंदर ने टीम को कहा कि जहां-जहां ये लोग आसानी से मिल जाते है वहां सभी को इस जानलेवा बीमारी के प्रति जागरुक किया जा रहा है, जिसके लिए टीआई गुरुग्राम एवं स्वास्थय विभाग गुरुग्राम की टीम लगातार एचआरजी ग्रुप व ट्रक ड्राइवरों को विभिन्न जगह जाकर एचआईवी/एड्स एवं कोरोना के प्रति भी जागरुक कर रही है। टीआई काउंसर कविता सरकार ने कहा कि भारत में लगभग 22 लाख लोग एचआईवी के शिकार हैं। भारत में एचआईवी के सबसे अधिक रोगी महाराष्ट्र में हैं, जिनकी संख्या लगभग 3.3 लाख है। उत्तर प्रदेश में भी लगभग 1.34 लाख लोग एचआईवी के शिकार हैं। इसका मुख्य कारण है एचआईवी को लेकर उन्हें सही जानकारी न होना। उन्होंने कहा कि यदि एचआईवी के बारे में अपनी जानकारी और समझ बढ़ाएं, सबसे खुलकर इस पर चर्चा करें और उपलब्ध निःशुल्क सरकारी इलाज के बारे में लोगों को जानकारी दें, तो एड्स से मुक्ति पायी जा सकती है। कविता सरकार के मुताबिक फरवरी 2021 तक जिला में 12 शिविर लगाए जाने हैं। जिसमें ट्रक चालकों का एचआईवी व एसटीडी की जांच की जाती है। प्रौजेक्ट मैनेजर एवं स्वास्थय विभाग आई एम टी काउंसर कृष्णा ने कहा कि एचआईवी एड्स यानि अक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशियेंसी सिंड्रोम वाइरस से होने वाला एक गंभीर रोग है। जिससे मनुष्य की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। एड्स को लेकर समाज में कई भ्रांतियां भी फैली हुई हैं, जिन्हें दूर करना जरूरी है। जिला अस्पताल में एचआईवी की मुफ्त जांच, काउन्सलिंग और दवाइयां दी जाती है। उन्होंने कहा कि हमें एड्स से बचाव के लिए जरूरी है कि सुरक्षा बरतें। एड्स फैलने के कई कारण हैं। इसमें एड्स पीड़ित व्यक्ति का रक्त किसी अन्य व्यक्ति को चढ़ाने से एड्स फैलता है। शेविंग करते समय यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि किसी दूसरे के रेजर, ब्लेड से शेविंग ना करें। इंजेक्शन की सुई किसी दूसरे को उपयोग नहीं करनी चाहिए। इस अवसर पर उपरोक्त सभी उपस्थित लोगों के साथ टी आई टीम से सुषमा ने विशेष योगदान दिया। Post navigation जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक में क्या कष्टों का निवारण होता है? गैरमुमकिन पहाड़ और वन क्षेत्र की जमीन पर नगर निगम ने किया पेट्रोल पंप का आवंटन