टीकाकरण की शुरूआत हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर व हरियाणा से सम्बन्धित केन्द्रीय मंत्रीयों व भाजपा सांसदों व विधायकों से होनी चाहिए। विद्रोही 6 जनवरी 2021 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने मांग की कि हरियाणा में कोरोना वैक्सीन के टीके लगाने की शुरूआत मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, केन्द्रीय मंत्रीयों सर्वश्री राव इन्द्रजीत सिंह, रतनलाल कटारिया, कृष्णपाल गुर्जर, जनरल वीके सिंह व भाजपा सांसदों को भारत बायाटोक कम्पनी की को-वैक्सीन के टीके लगवाकर करनी चाहिए ताकि लोगों के मन में वैक्सीन के प्रति विश्वास बढ़ सके। विद्रोही ने कहा कि जिस तरह से मोदी सरकार के दबाव में ड्रग कन्ट्रोलर ने बिना ट्रायल पूरी हुए भारत बायाटोक कम्पनी की को-वैक्सीन को हरी झंडी दी है, उससे लोगों में जो शंका है वह तभी पूरी होगी जब सत्तारूढ़ दल के नेता सबसे पहले इस को-वैक्सीन के टीके लगवाये और उसके बाद ही आमजनों को इस वैक्सीन के टीके लगाये जाये। कांग्रेस सहित जो विपक्षी दल व विशेषज्ञ भारत बायाटोक की को-वैक्सीन को बिना ट्रायल के जल्दबाजी में दी गई अनुमति पर सवाल उठा रहे है, मोदी सरकार उन सवालों का जवाब देने की बजाय जनहित में ऐसे जायज सवाल उठाने वालों के प्रति ही दुष्प्रचार करके संघी उन्हे टुकडे-टुकड़े गैंग, पाकिस्तान समर्थक, देश विरोधी सहित मनमाने खिताबों से नवाजकर बदनाम कर रहे है। विद्रोही ने कहा कि पूरे देश को अपने वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं व दवा कम्पनियों पर पूर्ण विश्वास है। पर विज्ञान आस्था, विश्वास व संभावनाओं से चलने की बजाय परीक्षण-परिणामों से चलता है। जब सरकार ही भारत बायाटोक की को-वैक्सीन के ट्रायल आंकडों, परिणामों को छुपा रही है और लोगों को बता नही है तो बिना ट्रायल पूरा हुए ऐसी वैक्सीन को अनुमति दी जायेगी तो सवाल तो उठेंंगे ही, शंकाएं तो बढ़ेगी ही। विद्रोही ने कहा कि इसका समाधान यही है कि को-वैक्सीन के पहले टीके प्रधानमंत्री, केन्द्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री, भाजपा सांसदों, विधायकों को लगाये जाये और फिर आमजनो को इस वैक्सीन के टीके लगाये जाये। टीकाकरण की शुरूआत हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर व हरियाणा से सम्बन्धित केन्द्रीय मंत्रीयों व भाजपा सांसदों व विधायकों से होनी चाहिए। Post navigation काले कानून निरस्त करने चाहिए: हमारी आर्थिक तस्वीर को बदल सकते हैं मछली एवं पशु पालन