केंद्र की मोदी सरकार किसान विरोधी कानूनो को वापस ले.
संयुक्त किसाप मोर्चा की निगाहें सोमवार की वार्ता पर टिकी

फतह सिंह उजाला

गुरूग्राम/पटौदी।   केंद्र सरकार के साथ 4 जनवरी सोमवार को होने वाली बातचीत को देखते हुए दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे पर धरनारत किसान दिल्ली जाने के लिए दिन प्रति दिन उतावले होते दिखाई दे रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा के साथ ही आंदोलनकारी तथा क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठने वाले विभिन्न प्रांतो के किसानों की एक ही पुरजोर मांग है कि केंद्र की मोदी सरकार अपने थोपे गए कृषि कानूनों को यथा शीघ्र वापिस ले ले।

जयसिंहपुर खेडा बोर्डर दिल्ली हाईवे पर एक पखवाडे़ से  हरियाणा पुलिस द्वारा लगाए गए भारी भरकम बैरिगेट से राजस्थान से दिल्ली कूच करने वाले किसानों की संख्या दिन प्रतिदिन बढती जा रही है । वहीं दूसरे दिन भी खेडा बोर्डर से 22 किलोमीटर देर सैकड़ो ट्रैक्टर-ट्राली सहित सभी खाद्य सामग्री के साथ तंबू लगा कर पडाव डाल दिया है । एनएच 71 पर भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया है । शनिवार को  खेडा बोर्डर  पर भारत के महान सपूत शहीद भगत सिंह के पौत्र एवं कुलबीर सिंह के सपुत्र यादवेंद्र सिंह ने खेडा बोर्डर पर पंहुच कर अपना समर्थन देते हुए हुंकार भरी की आज आजादी के बाद किसान एकता जिंदाबाद के नारों के साथ किसान मजदूर अपने हको की लडाई के लिए सड़को पर है। बिना किसी मांग के ही केंद्र की भाजपा सरकार ने तीन किसान कानूनों ंको किसानों की सहमति के बिना  पारित कर जबान थोप दिया है ।

किसान इन कानूनों के विरोध में पूरे भारत में सडकों पर है , प्रधान मंत्री से मांग की जा रही है कि केंद्र के नए कृषि कानून  नही चाहिए। सरकार कारपोरेट घरानों को बनाने व किसान मजदूरों को बेघर करने के रास्ते पर चलतें हुए ,  देश की आजादी से पूर्व इस्ट इण्डिया कम्पनी की तर्ज पर किसानों को भूखमरी की कगार पर लाना चाहती है , जो किसानों के बर्दस्त के बाहर है । शहीद भगत सिंह के पौत्र यादवेंद्र संधू ने कहा कि वे शहीद परिवार से है । आज सैकडो की संख्या में भगत सिंह को चाहने वाली युवा शक्ति सड़को पर है । उन्होंने कहा कि वे बलिदानी परिवार से है । देश की आन-बान-शान के लिए पूर्वजो की भांति बलिदान देने के लिए हस्ते हस्ते अपनी भी कुर्बानी देनें में चूक नही करेंगे ।

शनिवार को महेंद्रगढ हरियाणा के पूर्व विधायक एवं सीपीएम राव दान सिंह, नुहंू मेवात के विधायक    आफताब  अहमद, राजेंद्र कामरेड, राजाराम मील प्रदेश अध्यक्ष राजस्थान जाट महा सभा, जिला अध्यक्ष बलबीर छिल्लर ,  प्रदेश अध्यक्ष किसान युनियन, हरसा यादव, हिम्मत सिंह गुर्जर, अमराराम, कपूर खान मेवात, कुलदीप ठेवा, डां संजय माधव, छगन लाल चैधरी ने किसानों को सम्बोधित किया । वहीं संगवाडी पुल के निकट हाईवे पर सैकड़ो की संख्या में दिल्ली कूच करते समय पुलिस द्वारा हाईवे पर ही रोके जाने वाले किसानों के बीच में गुरनाम सिंह चिढूनी, राव दान सिह, रामकिशन महलावत, विधायक  आफताब भी किसानो को हांसला बढाने के लिए पंहुचे । संगवाडी पुल के निकट वरिष्ठ किसान नेताओं में जयवंत मुंढ, मनिंद्र गिल, सुखजीत सिंह हिम्मत सिंह गुर्जर, पंकज धनखड , ईष्वर महलावत आदि अनेंको किसान नेता उपस्थित रहे । शनिवार को करणबीर सिंह बिजावास राजगढ, रणजीत संह, मुसद्दी लाल यादव, रामेश्वर , नगेंद्र कुमार नायक कोटा,  रोशन लाल गुर्जर सीकर, साधू राम ऐडवोकेट, राजेश बिजारिया, विजय यादव, विजय कुमार चुरू, सुभाष कुमार आदि  जयसिंहपुरखेडा बाॅर्डर पर क्रमिक अनशन पर बैठे रहे ।

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