भिवानी/मुकेश वत्स खुशियों की दीवार जैसे कार्यक्रमों से समाज में आपसी प्रेम सहयोग की भावना विकसित होती है और सामाजिक समानता आती है। ये विचार एनआरआई अमित सोलंकी ने लोहारू में प्रयास एक कोशिश संगठन द्वारा पिछले 7 दिनों से संचालित की जा रही खुशियों की दीवार के समापन पर उपस्थित जरूरतमंदों को खुशियां वितरित करते हुए व्यक्त किए। एनआरआई अमित सोलंकी ने कहा कि खुशियों की दीवार एक अनोखा और अद्भुत प्रोजेक्ट है, जिसके तहत अनेक जरूरतमंदों को फायदा मिलता है हमें ऐसे कार्यक्रमों में तन-मन और धन से सहयोग करना चाहिए प्रयास-एक कोशिश सामाजिक संगठन के अध्यक्ष महेंद्र कथूरिया, संरक्षक डाक्टर उमेद जांगिड़, मनोज सिंघल व अजय दहिया ने बताया कि इस वर्ष खुशियों की दीवार का सात दिनों तक संचालन किया गया, जिस पर लोहारू व आसपास गांव के लोगों ने अपने घरों में रखा हुआ आवश्यकता से अधिक सामान भेंट किया और जरूरतमंद लोगों को उसका लाभ मिला। Post navigation भाजपा सरकार कृषि व्यवसाय को पूंजीपतियों के हाथ बेचना चाहती है: प्रेमवती गोयत भारत को नए साल में नए सिद्धांत और क्षमता की आवश्यकता