भिवानी/मुकेश वत्स

युवा कल्याण संगठन ने स्वतंत्रता सेनानी सरदार उधम सिंह की जयंती मनाई। इस दौरान शहीद उधम सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई।

इस अवसर पर युवा कल्याण संगठन के संयोजक कमल सिंह प्रधान ने कहा कि गुलाम भारत में जब अंग्रेजों का अत्याचार चरम पर था। उसी काल में 26 दिसंबर 1899 को पंजाब के संगरूर में सरदार उधम सिंह जन्मे। यही वे क्रांतिकारी थे, जिसने आजादी की लड़ाई के जलियांवाला बाग नरसंहार के उत्तरदायी जनरल डायर को ब्रिटेन के लंदन में जाकर गोली मारी थी। भारत में निर्दोष लोगों की हत्या का बदला उधम सिंह ने लिया। उधम सिंह की बहादुरी काबिलेतारीफ रही। नई पीढ़ी को यह जाना चाहिए कि देश की आजादी के लिए युवा क्रांतिकारियों ने कितना बलिदान किया था। उन्होंने कहा कि देश की आजादी के लिए अपने जीवन को बलिदान करने वाले शहीदों को राष्ट व युवा वर्ग भूलता जा रहा है, जो कि अच्छा संकेत नहीं है।

इस मौके पर बलवान सिंह नगर पर्षद ने कहा कि शहीद उधम सिंह इस देश के सचे क्रांतिकारी थे, जिन्होंने जलियावाला कांड में हजारों निर्दोष भारतवासियों के हत्यारे जनरल डायर को लंदन जाकर उसके कर्मों की सजा दी।