एसीपी क्राइम गुरुग्राम प्रीतपाल ने दी घटना की पूरी जानकारी.
दो आरोपी दबोचे, अभी तीन अन्य आरोपी साथी है फरार.
अपहरण किए मासूम को पुलिस ने 22 घंटे में कराया मुक्त

फतह सिंह उजाला
गुरुग्राम ।
  बुधवार को गांव उल्लाहवास से जिस 8 वर्षीय मासूम बच्चे का अपहरण किया गया उस विषय में बेहद चैंकाने वाली जानकारी सामने आई है, 8 वर्षीय मासूम जतिन पुत्र बलराज निवासी गांव उल्लाहवास का अपहरण 50 लाख की फिरौती परिजनों से वसूलने के लिए किया गया था । अपहरणकर्ता पहले से ही बच्चे पर नजर रखे हुए थे ।

इस संबंध में एसीपी क्राइम गुरुग्राम प्रीतपाल के द्वारा विस्तार से जानकारी दी गई है । उन्होंने बताया की बुधवार को उल्लाहवास गांव के निवासी बलराज पुत्र इंद्राज के द्वारा शिकायत देकर अपने मासूम बच्चे के अपहरण की आशंका जाहिर की गई थी । मामले की गंभीरता को देखते हुए गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर केके राव के निर्देशानुसार सोहना अपराध शाखा, सेक्टर 40, सेक्टर 17 की एक स्पेशल पुलिस टीम बनाई गई और अपहरण किए गए 8 वर्षीय मासूम बच्चे जतिन को 22 घंटे के अंदर ही बरामद कर लिया गया। यह गुरुग्राम पुलिस के लिए अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि है । हालांकि पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार किए गए धर्मवीर और विष्णु जो कि दोनों उत्तर प्रदेश मथुरा के रहने वाले हैं के द्वारा यह बताया गया कि उनका मकसद केवल और केवल फिरौती की रकम लेकर बच्चे को मुक्त कर देना था । लेकिन अपराधियों की किसी भी बात पर भरोसा करना अपराध के नजरिए से और कानून के मुताबिक संभव नहीं रहता है।

एसीपी क्राइम गुरुग्राम प्रीतपाल ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि एक आरोपी धर्मवीर जोकि ऑटो रिक्शा चलाने का काम करता है , वह पहले से ही बलराज पुत्र इंद्राज के घर के आस-पास ही कहीं किराए पर रहता था । बलराज के पास इनोवा गाड़ी है और वह डीजे सहित वाटर सप्लाई का भी काम करता है । ऐसे में धर्मवीर और विष्णु व उसके साथियों को लगा कि बलराज के पास अच्छी खासी रकम होगी , इसीलिए उनकी नजर बलराज के पुत्र जतिन पर लगी हुई थी । जैसे ही मौका मिला 8 वर्षीय मासूम जतिन को ऑटो में बैठा का अपहरण कर ले जाया गया । इस मामले को सुलझाने के लिए गठित की गई स्पेशल पुलिस टीम के द्वारा अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए महज 22 घंटे के दौरान ही 8 वर्षीय मासूम बच्चे जतिन को सही सलामत पलवल से बरामद कर लिया गया । वही मुख्य दो आरोपियों धर्मवीर और विष्णु को दबोचने में सफलता भी प्राप्त कर ली । पुलिस अभी इनके अन्य तीन और साथियों के बारे में जानकारी प्राप्त कर रही है ।

एसीपी क्राइम गुरुग्राम प्रितपाल के मुताबिक अपराधियों की कही गई बातों पर भरोसा नहीं किया जा सकता। ऐसे में गुरुग्राम पुलिस के द्वारा अपहरणकर्ताओं के चुंगल से 8 वर्षीय मासूम जतिन को मुक्त करवाते हुए मासूम की जान को भी बचाने का काम किया गया है । इस किए गए कार्य को लेकर गुरुग्राम पुलिस अपने आपको गौरवान्वित भी महसूस कर रही है । वही अपहरण किए गए मासूम 8 वर्षीय जतिन को सकुशल वापस पाकर बच्चे के परिवार वाले बेहद खुश हैं और उनके द्वारा गुरुग्राम पुलिस का आभार व्यक्त करते हुए की गई तत्वरित कार्रवाई को लेकर सैल्यूट भी किया गया है । एसीपी क्राइम गुरुग्राम प्रीतपाल के मुताबिक फिलहाल पुलिस इस मामले में गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों के अपराधिक रिकॉर्ड को भी खंगाल रही है । उन्होंने यह भी कहा कि अपहरणकर्ताओं के निशाने पर पूरे घटनाक्रम को देखते हुए केवल मात्र 8 वर्षीय मासूम जतिन ही था, जिसका कि वह अपहरण करने में सफल भी रहे । लेकिन गुरुग्राम पुलिस की तत्वरीत की गई कार्यवाही के सामने अपहरणकर्ताओं की योजना पर पानी फिर गया और अब उनकी जगह सलाखों के पीछे ही है।

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