चंडीगढ़,13 दिसंबर। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने किसान मोर्चे के आह्वान पर सोमवार को जिला मुख्यालयों पर आयोजित सामूहिक धरने प्रदर्शन का समर्थन करने का ऐलान किया है। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा व महासचिव सतीश सेठी ने बताया कि सोमवार को विभिन्न विभागों के कर्मचारी लंच टाइम में प्रर्दशन करते हुए जुलूस की शक्ल में किसान विरोधी कृषि कानूनों और केन्द्र सरकार की हठधर्मिता के खिलाफ प्रर्दशन करते हुए जिला मुख्यालयों पर आयोजित किसानों के धरने प्रदर्शन में शामिल होंगे। उन्होंने सभी विभागों के कर्मचारियों से डीसी आफिस पर होने वाले धरने प्रदर्शन में भारी संख्या में शामिल होकर किसानों के साथ एकजुटता प्रकट करने का आह्वान किया है।

सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा ने बताया कि कारपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए बनाए गए तीन कृषि कानून व बिजली निजीकरण का संशोधन बिल 2020 किसानों के लिए डेथ वारंट है। इसलिए इनका गहनता से अध्ययन करने के उपरांत ही किसान सिर धड़ की बाजी लगाकर निर्णायक आंदोलन के लिए दिल्ली बार्डरो पर 18 दिन से डटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के प्रति देश के लगभग शत-प्रतिशत नागरिकों में हमदर्दी है, बेशक वह मोर्चे पर नही आ पा रहे हैं। उन्होंने केन्द्र सरकार द्वारा तीनों कृषि कानूनों व बिजली संशोधन बिल 2020 को वापस लेकर किसान आंदोलन को समाप्त करवाने की बजाय आंदोलन को बेबुनियाद एवं शर्मनाक पूर्ण आरोप लगाकर कमजोर करने के प्रयासों की घोर निन्दा की है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार किसान आंदोलन को लंबा करके पिटना चाहती है, लेकिन मिल रहे भारी जनसमर्थन के कारण सरकार को इसमें भारी निराशा हाथ लगेगी। किसान आंदोलन देशभर में ही नहीं बल्कि अंतरराष्टÑीय स्तर पर फैलता जा रहा है। उन्होंने प्रदेश के कर्मचारियों की ओर से किसान आंदोलन को तन-मन-धन से सहयोग एवं समर्थन करने का संकल्प दोहराया।

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