चंडीगढ़, 10 दिसंबर- नेशनल हेल्थ मिशन हरियाणा ने राष्ट्रीय एम्बुलेंस सेवा 108 के तहत काम करने वाले एम्बुलेंस ड्राइवरों और आपातकालीन चिकित्सा तकनीशियन (ईएमटी) के लिए वर्दी का डिजाइन लांच किया है। इसके अतिरिक्त इन्हें प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जिससे एम्बुलेंस के माध्यम से ले जाए जा रहे रोगियों को दिए जाने वाले प्राथमिक उपचार को अधिक विकसित किया जाएगा। इस संबंध में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव  राजीव अरोड़ा ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) हरियाणा ने राष्ट्रीय एम्बुलेंस 108 के तहत काम करने वाले ड्राइवरों और आपातकालीन चिकित्सा तकनीशियन (ईएमटी) के लिए एक ड्रेस कोड राज्य के पैरामेडिकल स्टाफ के साथ एक समान रूप देने के लिए तैयार किया है।

उन्होंने बताया कि वे अपने कौशल को सुधारने के साथ ही व्यावसायिकता की भावना को बढ़ाएंगे। यह ईएमटी को एक पहचान प्रदान करेगा, जो उन्हें क्षेत्र में कुशलता से काम करने में मदद करेगा।
 अरोड़ा ने आईटी पहल की जानकारी देते हुए कहा कि एनएचएम की आईटी टीम ने इन-हाउस ऑनलाइन पोर्टल यानी रेफरल ट्रांसपोर्ट रिपेयर मॉनिटरिंग सिस्टम (आरटीआरएमएस) और मोबाइल मेडिकल यूनिट रोगी रिपोर्टिंग सिस्टम (एमएमयूपीएसएस) भी विकसित किए हैं। उन्होंने कहा कि इन एम्बुलेंस जैसे बेसिक लाइफ सपोर्ट (बीएलएस), एडवांस्ड कार्डिएक लाइफ सपोर्ट (एसीएलएस) के माध्यम से पहुँचाए गए मरीजों को अस्पताल की देखभाल प्रदान करने के लिए अपने कौशल को बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय एम्बुलेंस सेवा 108 पर काम करने वाले ईटीएम को प्रशिक्षण भी प्रदान किया गया है। इंटरनेशनल ट्रॉमा लाइफ सपोर्ट (आईटीएलएस), एडवांस लाइफ सपोर्ट ओब्स्टेट्रिक्स (एएलएसओ)। जीवीके-ईएमआरआई को हैदराबाद में लगभग 175 ईएमटी को प्रशिक्षित किया गया है।

आरटीआरएमएस की प्रमुख विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए अरोड़ा ने कहा, ‘आरटीआरएमएस एप्लिकेशन’ के माध्यम से एम्बुलेंस की सभी सर्विस की देखरेख करेगा। उन्होंने बताया कि 10 हजार रुपये तक की एम्बुलेंस की सर्विस की मंजूरी संबंधित जिले के सिविल सर्जन द्वारा दी जाएगी और 10,000 रुपये से अधिक की मंजूरी राज्य मुख्यालय पर उच्च अधिकारियों द्वारा दी जाएगी। पोर्टल में एंबुलेंस की मरम्मत के लिए तेजी से अनुमोदन, सडक़ के प्रतिशत में कमी, सर्विस की वर्तमान स्थिति की ट्रैकिंग, सर्विस के लिए कम्प्यूटरीकृत अनुमोदन पत्र तथा पिछली सर्विस की सुविधा उपलब्ध होगी।

एनएचएम के मिशन निदेशक श्प्भजोत सिंह ने कहा, एमएमयूपीआरएस एप्लिकेशन किसी भी उपचार और सेवाओं के लिए मेडिकल मोबाइल यूनिट (एमएमयू) पर जाने वाले प्रत्येक रोगी के नाम की रिपोर्टिंग पर ध्यान रखेगा। यह पोर्टल रोगी की रिपोर्टिंग, एमएमयूएस की नियमित निगरानी, मरीजों को प्रदान की गई पिछली सेवाएँ एंटे नेटल चेकअप की आसान ट्रैकिंग और टीकाकरण की सुविधा प्रदान करेगा।

   उन्होंने कहा कि आरटीआरएमएस और एमएमयूपीआरएस पोर्टल हरियाणा के लोगों को निगरानी और बेहतर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने की सुविधा प्रदान करेंगा। एनएचएम की आईटी टीम इन-हाउस पोर्टल्स को विकसित करने में बहुत कुशल और पेशेवर है, जो राज्य में सेवा वितरण प्रणाली की निगरानी और मजबूत करने के लिए एक प्रमुख उपकरण के रूप में काम कर रहे हैं।

error: Content is protected !!