चंडीगढ़। चंडीगढ़ इंटक के प्रदेश अध्यक्ष नसीब जाखड़ ने कहा कि चंडीगढ़ सरकार और प्रशासन कर्मचारियों और मजदूरों पर बहुत तानाशाही और हिटलर शाही कर रहा है। आए दिन आउट सोर्स वर्करों को ठेकेदारों द्वारा निकाला जा रहा है या उनसे पन्द्रह से बीस हजार रुपए तक की मांग की जाती है। जिसकी शिकायत चंडीगढ़ सबोर्डिनेट सर्विस फेडरेशन और इंटक ने चंडीगढ़ प्रशासन को कई बार की है। अभी तक दीपावली बोनस नही दिया गया है। डीसी रेट नहीं बढ़ाया जा रहा है। तीन-तीन महीने लेट तक वर्करों की सैलरी नहीं आती। नसीब जाखड़ और महासचिव कन्हैया लाल ने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार समान काम समान वेतन नहीं दिया जा रहा है। मृतक कर्मचारियों के आश्रितों को नौकरियां नही दी जा रही। काफी लंबे समय से पढ़े रिक्त पदों पर भर्ती नहीं हो रही और ना ही काफी समय से लंबित प्रमोशन हो रही है इन सभी जायज मांगों के लिए और प्रशासन और ठेकेदारों की हठधर्मिता को लेकर 9 नवंबर को 3:00 बजे सचिवालय का घेराव किया जाएगा। जिसमें हजारों कर्मचारी भाग लेंगे। इस मौके पर इंटक के महासचिव कन्हैया लाल, उपाध्यक्ष हरवंश सिंह ,चंडीगढ़ सबोर्डिनेट सर्विस फेडरेशन के प्रधान चरणजीत सिंह ढींडसा, महासचिव रंजीत मिश्रा, प्रवक्ता सुखबीर सिंह आदि नेता मौजूद रहे। Post navigation भारत में विज्ञान और प्रौद्योगिकी : जीन संपादन के प्रणाली की खोज के लिए दो महिला वैज्ञानिकों को नोबेल पुरस्कार प्रदेश के स्कूलों में योग शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए लगेगें 1,000 आयुष सहायक