सरकार साजिश के तहत विभाग को सिकोड़ रही हैं : तालमेल कमेटी. रोहतक में 17 नवम्बर को राज्य स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में आन्दोलन तेज होगा। चण्डीगढ, 4 नवम्बर! सरकार द्वारा परिवहन विभाग में पुलिस अधिकारियों को लगाने के विरोध व 18 दिन हुई हड़ताल के दौरान अन्य विभागों के कर्मचारियों व आम नागरिकों पर दर्ज मुकदमे रद्द करने की मांग को लेकर प्रदेश भर के सभी डिपूओं में दो घंटे विरोध प्रदर्शन किया व महाप्रबंधकों के माध्यम से महानिदेशक को ज्ञापन भेजा गया। हरियाणा रोड़वेज कर्मचारी तालमेल कमेटी के वरिष्ठ नेता इन्द्र सिंह बधाना, सरबत सिंह पूनिया, दलबीर किरमारा, आजाद सिंह गिल, ओमप्रकाश ग्रेवाल, पहल सिंह तंवर, नसीब जाखड़ व दिनेश हुड्डा ने प्रदेश भर में हुए प्रदर्शनों की रिपोर्ट लेने के बाद सयुंक्त ब्यान में कहा हरियाणा सरकार परिवहन विभाग का विस्तार करने की बजाए भ्रष्टाचार रोकने की आड़ में पुलिस अधिकारियों को विभाग में लगाकर IAS, HCS व विभागीय अधिकारियों के हको पर डाका डालने का काम कर रही हैं। उन्होंने कहा 30 वर्ष पहले 1991 में जब प्रदेश की जनसंख्या एक करोड़ थी, उस समय विभाग में 3884 बसें व कर्मचारियों व अधिकारियों की संख्या 23600 थी। कर्मचारी नेताओं ने कहा सरकार की निजीकरण नीतियों के कारण अब (तीन गुणा) तीन करोड़ जन संख्या होने पर भी बसों की संख्या 3460 व कर्मचारी केवल 16432 रह गये। तालमेल कमेटी नेताओं ने कहा सरकार विभाग को बर्बाद करने के लिए विभाग में बसों को बढाने व कर्मचारियों व अधिकारियों की भर्ती करने की बजाए पुलिस व अन्य विभागों के अधिकारियों को विभाग में तैनात कर रही हैं। जिस कारण रोड़वेज कर्मचारियों में भारी गुस्सा है। कर्मचारी नेताओं ने कहा सरकार षडयंत्र के तहत प्राइवेट बसें ठेके पर ले कर बसों को बिना चलाए ही प्राइवेट बस मालिकों को लाखो रूपये भुगतान करके विभाग को गर्त में धकेल रही हैं। उन्होंने कहा सरकार की नीतियों व कोरोना काल के कारण विभाग को हुए घाटे की भरपाई के लिए सरकार द्वारा तुरन्त विभाग को 1000 करोड़ रुपए का आर्थिक पैकेज दिया जाए। उन्होंने विभाग में 14 हजार सरकारी बसें शामिल करने, विभाग में खाली पड़े पदों पर पक्की भर्ती करने, पुलिस व अन्य विभागों के अधिकारियों की बजाए IAS, HCS व विभागीय अधिकारियों को लगाने एवं 18 दिन की हड़ताल सहयोग करने पर अन्य विभागों के कर्मचारियों व आम नागरिकों पर दर्ज मुकदमे रद्द करने आदि सभी उत्पीड़न की कार्यवाही समाप्त करने की पुरजोर मांग की। उन्होंने कहा ट्रेड यूनियनों व कर्मचारी संघों के आह्वान पर प्रस्तावित 26 नवम्बर की हड़ताल की सफलता की रणनीति तय करने के लिए 17 नवम्बर को कर्मचारी भवन रोहतक में राज्य स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन होगा। कार्यकर्ता सम्मेलन में सभी संगठनों के हजारों कार्यकर्ता बढ़-चढ़ कर भाग लेंगे Post navigation किसान को भुगतान सात दिनों की निर्धारित अवधि में हर हाल में करना है : मुख्यमन्त्री कोरोना काल में आबकारी विभाग का श्रेष्ठ प्रदर्शन, टैक्स के बाद जीएसटी कलेक्शन में भी बनाया रिकॉर्ड