पंचकूला। भवन निर्माण कामगार यूनियन हरियाणा जिला पंचकूला व सीटू के नेतृत्व में आशा वर्कर, मिडे मिल, ग्रामीण चौकीदार, वन विभाग, व किसान सभा की बैठक किसान सभा के जिला अध्यक्ष कर्म चंद काम्मी व सीटू की जिला अध्यक्ष रमा की अध्यक्षता में बरवाला कार्यालय में हुई। मंच का संचालन जिला सचिव लच्छी राम ने किया।

बैठक को संबोधित करते हुए राज्य सचिव वीरेंद्र मलिक ने कहा कि जब से केंद में भारतीय जनता की सरकार सता में आई है तब से समाज का प्रत्येक वर्ग दुखी है। हरियाणा का कर्मचारी, मजदूर, किसान सड़कों पर उतरने को मजबूर है लेकिन सरकार के पास उनके साथ बातचीत करने का समय नहीं है। जिला सचिव लच्छी राम ने कहा कि आज हरियाणा का निर्माण मजदूर को दर दर की ठोकरें खाने को मजबूर कर दिया है।

निर्माण मजदूरों की 90 दिन की वेरिफिकेशन जो पहले यूनियन करती थी अब उसकी जिम्मेवारी पंचायत सचिव पटवारी बीडीपो व निगम के अधिकरियों को दे दी गई है। लेकिन कोई भी अधिकारी इस कार्य को करने को तैयार नहीं है। मजदूरों को दिहाड़ी तोड़ कर बार बार दफ्तरों के चक्कर लगाने के बावजूद भी कोई उनकी समस्या सुनने को तैयार नहीं है। निर्माण मजदूरों की बेटी दो बच्चों की मां बन चुकी है लेकिन अभी तक उनको कन्यादान की राशि नहीं मिल रही है। जिसके बारे में अधिकारियों को लिखित में पत्र भी दे चुके हैं लेकिन किसी भी अधिकारी के पास बात करने का समय नही है। मजदूर व किसान व कर्मचारी इक्कठा होकर इस लड़ाई को लड़ेंगे। 5 नवम्बर को किसानों की चक्का जाम में निर्माण मजदूर भी शामिल होंगे व केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आहवान पर आने वाली 26 व 27 नवम्बर को ब्लॉक स्तर की आम हड़ताल में भी निर्माण का मजदूर शामिल होगा।

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