बताया- फसलों के रेट में 2 से 3 गुणा किया इज़ाफ़ा, 2200 करोड़ का लोन, 850 करोड़ का ब्याज, 1600 करोड़ बिजली बिल किया था माफ
बीजेपी के पास गिनवाने के लिए नहीं है एक भी काम, सिर्फ भ्रम फैलाकर मांग रही है वोट- हुड्डा

24 अक्टूबर, गोहाना(सोनीपत): पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने चुनाव प्रचार के तीसरे दिन खानपुर खुर्द, बरोदा, बनवासा, रिडाणा, धनाना, घड़वाल, भावड़ और निजामपुर में लोगों से वोट मांग रहे हैं। इस मौक़े पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जनसभाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि बरोदा उपचुनाव में बीजेपी की हालत इतनी ख़राब है कि वो ख़ुद के काम गिनवाने की बजाए विपक्ष से कामों का हिसाब मांग रही है। अगर बीजेपी सच में जानना चाहती है तो हमारे कामों की लिस्ट इतनी लंबी है कि गिनवाने में पूरा दिन लग जाएगा। जबकि बीजेपी के पास एक भी काम बताने लायक नहीं है।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आज प्रदेश के किसान और मजदूरों पर 3 कृषि क़ानूनों का सबसे बड़ा संकट मंडरा रहा है। जबकि हमारी सरकार में किसानों को हर संकट से उबारने और उन्हें सशक्त करने के लिए काम किया गया था। हमारी सरकार के दौरान लगभग हर फसल के रेट में 2 से 3 गुणा की बढ़ोत्तरी की गई थी। धान का रेट 4 से 6 हज़ार तक भी पहुंच गया था। उस वक्त की केंद्र सरकार ने किसानों के 72000 करोड़ रुपये का कर्ज़ माफ किया था। हरियाणा में किसानों का 2200 करोड़ कर्ज और 850 करोड़ रुपये ब्याज माफ़ किया गया था। इतना ही नहीं 1600 करोड़ रुपये के बिजली बिल माफ़ करने का ऐतिहासिक काम भी हमारी सरकार के दौरान हुआ था। उसके अलावा हज़ारों करोड़ की सब्सिडी और रियायतें किसानों को दी गई। कभी किसानों की पेमेंट में देरी और बिक्री की मनाही नहीं की गई। जबकि इसके मुक़ाबले बीजेपी हर मोर्चे पर विफल नज़र आई।

बीजेपी सरकार ने किसानों का कर्ज माफ़ करने की बजाए, उनपर कर्ज का बोझ बढ़ाने का काम किया। सब्सिडी देने की बजाए, खाद, बीज, तेल और खेती उपकरणों पर टैक्स लगाकर किसान की लागत बढ़ाने का काम किया।

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बताया कि कांग्रेस सरकार के दौरान ग़रीबों और दलित परिवारों को 3 लाख 82 हजार सौ-सौ गज के मुफ्त आवासीय प्लॉट दिए गए। साथ ही मकान बनाने के लिए 91-91 हज़ार रुपये, मुफ्त टंकी, टूंटी और पानी के कनेक्शन दिए थे। जबकि बीजेपी सरकार ने आते ही इस योजना को बंद कर दिया। 6 साल में एक भी ग़रीब परिवार को प्लॉट नहीं दिया गया।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार के दौरान क़रीब 3 लाख युवाओं को सरकारी महकमों नौकरियां दी गईं। इसके अलावा प्राइवेट क्षेत्र में लाखों युवाओं को रोज़गार मुहैया करवाया गया था। जबकि मौजूदा सरकार ने 6 साल में मुश्किल से 50 हज़ार नौकरियां दी हैं, इससे ज्यादा तो इस सरकार के दौरान छटनी हो चुकी है। बीजेपी सरकार ने 6 साल में कुल जितनी नौकरियां दी हैं, हमारी सरकार में उससे दोगुनी तो अकेले शिक्षा महकमे में नौकरियां दे दी थीं। बीजेपी सरकार नौकरियां देने की बजाए, कर्मचारियों की नौकरियां छीनने में लगी है। प्राइवेट क्षेत्र में निवेश नहीं हो रहा। सरकारी महकमों को प्राइवेट हाथों में सौंपा जा रहा है। कच्चे ही नहीं पक्के कर्मचारियों की भी छटनी की जा रही है। ये बीजेपी सरकारी की नीतियों की ही देन है कि आज हरियाणा बेरोज़गारी के मामले में देश में सबसे ऊपर है। इसलिए बरोदा उपचुनाव में जनता बीजेपी से इस बदहाली का वोट की चोट से बदला लेगी।

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