भिवानी/शशी कौशिक  

आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर्स यूनियन की ऑनलाइन बैठक का आयोजन राज्य प्रधान कुंज भट्ट की अध्यक्षता में किया गया। बैठक का संचालन महासचिव अनुपमा सैनी ने किया। बैठक में राज्य कमेटी के सदस्य व  हरियाणा के सभी पदाधिकारियों ने भाग लिया तथा महिला एवं बाल विकास मंत्री कमलेश ढांडा द्वारा की गई वादाखिलाफी तथा सरकार  द्वारा 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए प्ले वे स्कूल खोलकर एनजीओ को देने की निजीकरण की नीति के मुद्दे पर चर्चा की।

उन्होंने बताया कि यूनियन ने आंगनबाड़ी कर्मियों की मांगों को लेकर मंत्री कमलेश ढांडा के कैथल आवास पर 27 दिन धरना प्रदर्शन किया था। उन्होंने 29 सितम्बर को हुई वार्ता के दौरान वादा किया था आंगनबाड़ी कर्मियों के हितों पर कोई आंच नहीं आएगी और कहा था कि पिछले महीनों का बकाया मानदेय देने के साथ साथ आंगनबाड़ी कर्मियों की अन्य मांगों के बारे में 10 दिन के अंदर विभाग की डायरेक्टर से यूनियन की वार्ता करवाई जाएगी परंतु आज तक डायरेक्टर से वार्ता न करवाकर आंगनबाड़ी कर्मियों से सीधे-सीधे धोखा किया है। सरकार द्वारा 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए प्लेवे स्कूल खोलकर एनजीओ को देकर निजीकरण के माध्यम से आंगनबाड़ी को बंद करना चाहती है। यूनियन भाजपा सरकार के इस मंसूबे को कभी बर्दाश्त नहीं करेगी।

आंगनबाड़ी केंद्रों में अधिकांश बच्चें गरीब लोगों के आते हैं परंतु गरीब बस्तियों व स्लम एरिया में चलने वाली आंगनबाडिय़ों के व्हाट्सएप ग्रुप बनाने के नाम पर सरकार अपनी तानाशाही दिखा रही है और गरीब लोगों के साथ धोखा कर रही है। सरकार ने न तो आंगनबाड़ी वर्कर को फोन दिये हैं और न कोई खर्च। जिन गरीब लोगों के बच्चों और माताओं को मोबाइल फोन से व्हट्सप्प ग्रुप बनाने की बात की जा रही है इन गरीबों के पास इस प्रकार के फोन ही नहीं हैं।

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