9 अक्टूबर 2020. हरियाणा – तीन कृषि कानूनों को लेकर पूरे देश में किसानों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. किसान सड़कों पर आकर इन तीनों बिलों का विरोध कर रहा है. कांग्रेस लगातार किसानों का साथ दे रही है. प्रदेश की अलग-अलग जगह से सिरसा में किसान आकर प्रदर्शन कर रहा है. किसान लगातार इन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. कुरूक्षेत्र में भी कंबोज धर्मशाला में देशभर के सैकड़ों किसान संगठनों की बैठक हुई. किसान संगठनों ने बैठक में तय किया है कि तीन नवंबर को देशभर में चक्का जाम करेंगे आगे की रणनीति को लेकर बाकि के किसान संगठनों से चर्चा करने की बात भी बैठक में हुई है. बैठक में किसान नेताओं ने कहा कि देशभर के किसानों के साथ मिलकर वो सरकार को कानून वापस लेने की मजबूर कर देंगे. बैठक में महाआंदोनल करने की रणनीति को लेकर चर्चा की गई. बताया जा रहा है कि देशभर के किसान इस बैठक में शामिल हुए हैं. किसानों ने इस दौरान सरकार के खिलाफ आंदोलन का बिगुल बजा दिया है. किसानों का कहना है कि वो किसी भी किमत पर पीछे नहीं हटेगा और सरकार को ये कानून वापस लेने ही पडे़ेंगे. किसानों ने बीजेपी सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. लोगों ने खट्टर और डीप्टी सीएम को लेकर गुस्सा जाहिर किया है. किसानों ने केंद्र सरकार पर उन्हें ठगने के आरोप लगाए हैं. दरअसल केंद्र सरकार ने लॉकडाउन में तीन कृषि बिलों को पास किया था जिसकों लेकर किसानों का गुस्सा चरम सीमा पर है. किसान लगातार इनको वापस लेने की मागं करता रहा है. केंद्र सरकार ने राज्यसभा में इन बिलों को पारित कर दिया जिसके बाद ये कानून बन गए. किसान लगातार सड़कों पर उतरकर इन कृषि बिलों का विरोध कर रहा है और बीजेपी सरकार को जमकर कोस रहे हैं. किसान जगह-जगह अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहा है । Post navigation गीता प्रबंधन और कल्याणकारी अर्थशास्त्र पर पवित्र-धर्मनिरपेक्ष ग्रंथ: प्रो.एमएम गोयल मंडियों में फैली अव्यवस्था और किसानों की परेशानी देखकर सरकार पर बरसे भूपेंद्र सिंह हुड्डा