धर्मपाल वर्मा चंडीगढ़ lयदि आज के हालातों का पर गौर करें तो ऐसा लगता है कि हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी के कई वरिष्ठ नेता और मंत्री एक एक बड़ी परेशानी या चिंता से जूझ रहे हैं l यह चिंता चाहे कुछ पाने की हो या गवाने की पर है जरूर l इन चिंताओं के कारण ये नेता पार्टी और सरकार के लिए चुनौती बन चुके बरोदा के उपचुनाव में भी अपना समय नहीं दे पा रहे हैं या यूं कहिए कि वे अपनी ही समस्याओं से पार नहीं पा रहे हैं बरोदा नहीं आ रहे l किसी की कोई दिक्कत है किसी की कोई l वहीं कोई किसी खास काम में मशरूफ है कोई किसी में lइसमें भाजपा के सहयोगी दल जेजेपी के नेता भी कोई अपवाद नहीं है l कमोबेश उनकी समस्याएं भी कुछ इसी तरह की है l सबसे पहले बात करते हैं मुख्यमंत्री मनोहर लाल की l उन्होंने पिछले कार्यकाल में जिस तरह से जींद का उपचुनाव जीत लिया था वैसी स्थिति बरोदा में नहीं है l यहां की हार जीत मुख्यमंत्री की कार्यशैली सरकार की परफारमेंस का जनमत संग्रह होगा l मुख्यमंत्री इस सीट को जीतने की जद्दोजहद में अपना सारा राजनीतिक अनुभव दांव पर लगाकर चल रहे हैंl उनके लिए इससे बड़ी चिंता और कोई फिलहाल नहीं हो सकती l अब बात करते हैं हरियाणा प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष की l जब तक सुभाष बराला की जगह ओमप्रकाश धनखड़ प्रदेश अध्यक्ष नहीं बन गए थे तो कहा जाता था कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने हरियाणा के मामले मे कुछ ऐसा संदेश दे दिया है कि भाजपा में जो चुनाव हार जाते हैं उन्हें दरकिनार कर दिया जाता है l इसीलिए लोग कहने लगे थे कि ,जो हार गया सो बाहर गया lइस सिलसिले में चौधरी बिरेंदर सिंह ओमप्रकाश धनखड़ रामविलास शर्मा कैप्टन अभिमन्यु आदि के नाम ले लेकर तरह-तरह की चर्चाएं की जाने लगी थी परंतु इन परिस्थितियों में भी ओमप्रकाश धनखड़ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का आशीर्वाद रूपी प्रसाद प्राप्त हुआ है परंतु अध्यक्ष बनते ही बरोदा का उप चुनाव आ गया l उनकी चिंता यह है कि उनके अध्यक्ष रहते पार्टी बरोदा में चुनाव हार गई तो उनकी फजीहत हो जाएगी l इससे बड़ी चिंता कोई और हो नहीं सकती l अब बात करते हैं कृषि मंत्री जेपी दलाल की ,जिन्हें बरोदा उपचुनाव में भाजपा का प्रभारी नियुक्त किया गया है lउनकी बड़ी चिंता यह है कि वह रोहतक सोनीपत झज्जर भिवानी चरखी दादरी जींद और पानीपत के जाट बाहुल्य जिलो मैं अकेले जाट कैबिनेट मंत्री हैं lबरोदा जाटों का गढ़ है यदि यहां जीत नहीं हुई तो प्रभारी को भी जवाब देना मुश्किल हो जाएगा l क्योंकि सारी घोषणाएं योजनाएं उनकी हैं l सोनीपत के सांसद रमेश चंद्र कौशिक लगातार दो बार चुनाव जीत चुके हैं वे दावा करते हैं कि उन्होंने रिकॉर्ड काम किए हैं l इतने कि उसका किसी से कोई मुकाबला नहीं है श्री कौशिक चुनाव में भी सोनीपत लोकसभा क्षेत्र से चुनाव जीत गए थे परंतु बरोदा विधानसभा क्षेत्र से हार गए थे l इतना काम करने के बाद भी भाजपा का उम्मीदवार बरोदा से नहीं जीता तो उन्हें भी अच्छा नहीं लगेगा यह भी चिंता का एक बडा विषय है l भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह मंत्रिमंडल से त्यागपत्र देकर बेटे बृजेंद्र सिंह का राजनीतिक कैरियर बनाने में तो सफल हुए हैं परंतु अब उनकी कोशिश उन्हें केंद्र में मंत्री बनवाने की है lवह प्रधानमंत्री से भी एक दो मुलाकात कर चुके हैं lइसलिए यह भी एक टारगेट है जिसे प्राप्त करने के लिए चौधरी बिरेंदर सिंह बड़ी शिद्दत से लगे हुए हैं और चिंतित भी है lमनोहर सरकार में उपमुख्यमंत्री जेजेपी के नेता दुष्यंत चौटाला की चिंताएं जगजाहिर हैl कई कई मसलों में उलझे हुए हैं lजहां से रिकॉर्ड मतों से जीते थे उसी उचाना हल्की में लोग उनके फ्लेक्स फाड़ रहे हैं उनकी फजीहत हो रही है उनकी पार्टी के विधायक उन पर दबाव बना रहे हैं वे न उन्हें मंत्री बनवा पा रहे हैं ना चेयरमैन l उधर हरियाणा के गृह मंत्री का मुख्यमंत्री बनने का सपना अभी अधूरा है यह कोई छोटी चिंता नहीं है lउनके समर्थक शायद यह मानकर भी चल रहे हो सकते हैं कि बरोदा में कोई ऊक चूक हो और मुख्यमंत्री मनोहर लाल की छुट्टी हो जाए तो विज साहब मुख्यमंत्री बन जाए l यह कोई छोटा सपना नहीं है l यह एक दिक्कत भी है हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ बनवारी लाल लगातार दो बार विधायक बने हैं दोनों बार मंत्री बने हैं केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के समर्थक हैं उन्हें कुछ लोग यह बता कर परेशान कर रहे हैं कि मुख्यमंत्री राव साहब के कारण कोई बहाना बनाकर उनकी छुट्टी करना चाहते हैं lयह भी एक चिंता है lयद्यपि इसमें कोई ठोस और व्यापारिक कारण नजर नहीं आ रहा क्योंकि हरियाणा मंत्रिमंडल में वह रविदासी समुदाय के अकेले प्रतिनिधि हैं परंतु बात उड़ जाए तो चिंता बढ़ ही जाती है lबड़ी बात यह भी है कि जिन लोगों का ऊपर जिक्र किया गया है उनमें कृषि मंत्री जेपी दलाल को छोड़कर कोई भी चुनाव प्रचार में शामिल नहीं हो रहा है उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला 2 महीने से बरोदा में आए ही नहीं है यही स्थिति रामविलास शर्मा कैप्टन अभिमन्यु आदि की भी है l इसके विपरीत एक व्यक्ति बरोदा में भारतीय जनता पार्टी की सरकार के लिए ब्लैक हॉर्स सिद्ध हो रहे हैं l इनका नाम है सोमवीर सांगवान l वे चरखी दादरी के विधायक हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड के चेयरमैन और सांगवान खाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं अत्यंत विनम्र अनुभवी सामाजिक और विचारशील नेता श्री सांगवान ने बरोदा में अपनी ऐसी छाप छोड़ी है कि 36 बिरादरी के लोग उनके विचारों की कार्यों की दिल खोलकर तारीफ करते देखे जा सकते हैं l सरकार भी उनका पूरा सम्मान कर रही है lउन्होंने हल्के में विभिन्न गांव में जाकर अपने दम पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार की उपलब्धियों मुख्यमंत्री की विशेषताओं और उनके विजन को शानदार तरीके से प्रस्तुत कर उनके पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश की है l इस व्यक्ति के योगदान को भारतीय जनता पार्टी कैसे भुला पाएगी जिसने भारतीय जनता पार्टी के लिए समर्पित भाव से काम किया पार्टी का प्रचार किया परंतु पार्टी ने चुनाव के वक्त उनकी जगह महिला पहलवान बबीता फोगाट को टिकट दे दी l श्री सांगवान ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा जीता और बिना शर्त सरकार को समर्थन दिया यह कोई छोटी बात नहीं है l इतना काम करके भी सोमवीर सांगवान सरकार पर कोई दबाव बनाने की कोशिश नहीं करते l उन्होंने जाट आरक्षण मे मुकदमे झेल रहे जेल काट रहे लोगों को राहत दिलवाने के लिए जो काम किया उससे उनका व्यक्तित्व और उभर कर सामने आया है l बरोदा हलके में उन्होंने बुटाना गांव में जनता विद्यालय भवन को विश्वविद्यालय बनवाने का जो बीड़ा उठाया जो वायदा किया उसे पूरा करवा कर सरकार की बुटाना और बुटाना बारह के लोगों की सहानुभूति बटोरने का काम किया है lआज बरोदा हल्का में सोमवीर सांगवान की जो वाहवाही हो रही है उसे किसी भी रूप में समझा और महसूस किया जा सकता है lअब देखने वाली बात यह है कि बरोदा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी उनकी योग्यता का उनके अनुभव का कितना लाभ उठा पाती है l Post navigation किसानों की आर्थिक मजबूती की दशा और दिशा तय करेंगे कृषि बिल : राजकुमार चाहार विजयवर्धन को बनाया 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