भाजपा सरकार एक के बाद एक जन विरोधी कानून पास करने में जुटी.
अब नए मजदूर विरोधी कानून को मंजूरी प्रदान कर दी गई

फतह सिंह उजाला
पटौदी। 
  भाजपा सरकार एक के बाद एक जन विरोधी कानून पास करने में लगी हुई है। पहले किसानों के हितों के खिलाफ तीन काले बिल पास किए और अब मजदूरों पर वार करते हुए नए मजदूर विरोधी कानून को मंजूरी दे दी है। यह बात पूर्व मंत्री वािष्ठकांग्रेस नेता कैप्टन अजय यादव ने कही है।

उन्होंने कहा कि संसद में पास हुए नए बिल के अनुसार अब 300 मजदूरों वाली कंपनी कभी भी उनकी छुट्टी कर सकती है। उक्त बातें कहते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ  नेता पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव ने बताया कि कृषि विधेयकों व श्रम विधेयकों के खिलाफ आगामी 28 सिंतबर सोमवार को कांग्रेस पार्टी चंडीगढ में माननीय राज्यपाल हरियाणा से मुलाकात कर उनको ज्ञापन सौंपेगें। उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी के प्रभारी विवेक बंसल, प्रदेश अध्यक्षा कुमारी शैलजा, विधायक दल के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित सभी पूर्व मंत्री, विधायक, पूर्व विधायक सभी इस दौरान उपस्थित रहेगें।

कैप्टन अजय सिंह ने कहा कि नए श्रम विधेयकों से अब जिन कंपनियों में कर्मियों की क्षमता अधिकतम 300 होगी, वह कंपनी बिना सरकार की अनुमति के अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकाल सकेगी। अब कोई भी कर्मचारी बिना 60 दिन पहले नोटिस दिए हडताल पर भी नही जा सकता। श्री यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों के बाद अब निजी क्षेत्र में काम करने वाले कर्मियों के लिए काले कानून संसद में पास करा दिए हैं। यह कानून कर्मचारियों के मौलिक अधिकारों पर सीधा हमला है। इसके अलावा भाजपा सरकारी विभागों का भी निजीकरण करने में लगी हुई है। देश की जनता को मोदी सरकार पर रत्ती भर भी भरोसा अब नही रहा है। आज पूरा देश किसान विरोधी और श्रम विरोधी कानून का विरोध कर रहा है। जिस तरह से जीएसटी ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्दोग को बर्बाद कर दिया, उसी तरह से ये नए कानून किसानों और मजदूरों को गुलाम बना देगें।

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