दादरी में उप मुख्यमंत्री से मिलने जा रहे बर्खास्त पीटीआई, किसान व कर्मचारी सगंठनों पर पुलिसबल ने दागे आंसू गैस के गोले, दर्जनभर महिला व पुरूष घायल

भिवानी/धामु।  यंहा से करीब 30 किलोमीटर दूर साथ लगते चरखी दादरी कोर्ट परिसर में लम्बे अर्से से धरने पर बैठे आंदोलनरत बर्खास्त पीटीआई व उनका  समर्थन दे रहे सर्व कर्मचारी संघ से सम्बंधित अनेक कर्मचारी सगंठनों के लोग जलूस की शक्ल में जजपा नेता व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को अपनी मांगों का ज्ञापन देने के लिए लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में जा रहे थे। पुलिस ने विश्राम गृह के  मुख्य द्वार पर बैरिकेट्स लगाकर कर्मचारी सगंठनों को जबरदस्ती रोकने का प्रयास किया। लेकिन कर्मचारी उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से मिलने की अपनी जिद पर अड़ गए और बैरिकेट्स तोडऩे का प्रयास किया।

इस पर पुलिस ने आवेश मे आकर कर्मचारियों पर लाठियां भांजनी शुरू दी, जिससे कर्मचा री भी उग्र हो गए ओर पुलिस से भीड़ गए। कर्मचारियों को उग्र होता देख पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और बर्बरतापूर्ण लाठियां बरसाई। पुलिस द्वारा किए गए बल प्रयोग से काफी संख्या में बर्खास्त पीटीआई व आशा कार्यकत्र्ताओं के घायल होने की जानकारी मिली है। बताना होगा कि आज शुक्रवार को उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला दादरी में पूर्व उप-प्रधानमंत्री देवीलाल की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे।

वहीं, उपमुख्यमंत्री के आगमन से पूर्व बर्खास्त् पीटीआई शिक्षकों ने अन्य कर्मचारी संगठनों व खापों के सहयोग काले झंडे दिखाकर दुष्यंत चौटाला का विरोध करने की चेतावनी दी थी। जिसके बाद से ही पुलिस व प्रशासन पूरी तरह से हरकत में आ गया था। वहीं, किसान संगठनों ने भी शुक्रवार को केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए 3 विधेयक को लेकर राष्ट्रव्यापी बंद को लेकर दादरी में भी एलान किया था। इन दोनों प्रदर्शनों के दौरान पुलिस द्वारा सुरक्षा के मद्देनजर व्यापक प्रबंध किए गए थे। लेकिन जैसे ही प्रदर्शनकारियों को के उपमुख्यमंत्री के दादरी पहुंचने की जानकारी मिली। तभी, बर्खास्त पीटीआई अन्य संगठनों को साथ लेकर जजपा नेता दुष्यंत चौटाला को काले झंडे दिखाने के लिए तिकोना पार्क से रोष प्रदर्शन करते हुए शहर में पहुंचे।

जहां पुलिस ने कोर्ट रोड पर प्रदर्शकारियों को आगे जाने रोकने के लिए बेरिकेट्स लगा दिए। जिसके बाद प्रदर्शन कर रहे संगठन आक्रोश में आ गए और उन्होंने पुलिस का विरोध करते हुए बेरिकेट्स तोड़ डाले। यहां पुलिस के साथ उनकी धक्का-मुक्की भी हुई। जिसके बाद सभी संगठन रोहतक चौक से नारेबाजी करते हुए विश्राम गृह की तरफ जाने लगे। जहां पुलिस ने उन्हें रोकने का भरसक प्रयास किया। लेकिन वे किसी भी तरह से पीछे नहीं हटे। यहां से जब प्रदर्शकारी विश्राम गृह के मैन रास्ते पर पहुंचे। तभी, किसान संगठनों के पदाधिकारी भी वहां पहुंच गए और स्थिति काफी तनावपूर्ण बन गई। पुलिस ने बरिकेट्स लगाकर उन्हें जबरन रोकने का प्रयास किया। जिससे उनके सब्र का बांध टूट गया और पुलिस के साथ झड़प हो गई।

बेकाबू हो चले प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने लाठियां भांजनी शुरू कर दी। लेकिन प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पुलिस की बर्बरता का पूरा विरोध किया। जिसके बाद पुलिसबल के हौंसलें फाख्ता हो गए और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने शुरू कर दिए। आंसू गैस के प्रभाव से दर्जनों प्रदर्शकारी प्रभावित हो गए। जिनमें खासतौर पर आशा वर्कर और महिला पीटीआई की हालत बिगड़ गई।

प्रदर्शनकारियों से बिना मिले ही चले गए उपमुख्यमंत्री

उप प्रधान मंत्री देवीलाल की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे उपमुख्यमंत्री बर्खास्त पी.टी.आई. व अन्य कर्मचारी संगठनों के विरोध प्रदर्शन के बाद प्रदर्शनकारियों से बिना मिले ही रवाना हो गए। जिसके बाद प्रदर्शन कर रहे संगठनों ने काफी नाराजगी जताई।

error: Content is protected !!