मंडन मिश्रा भिवानी, 24 सितम्बर 2020, लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के मीडिया कोऑर्डिनेटर सुरेश सैनी ने बताया कि किसान विरोधी तीन कानूनों के खिलाफ होने वाले 25 सितम्बर के भारत बंद को पूर्ण रूप से शामिल होने का निर्णय लिया व राष्ट्रपति महोदय से किसान मजदूर विरोधी कानूनों को रद्दद करने की अपील की। सैनी ने बताया कि भाजपा सरकार ने संसद के इस सत्र में किसान विरोधी आवश्यक अनुबंध खेती, मण्डी प्यापार व आवश्यक वस्तु अधिनियम किसानों व विपक्षी पार्टीयों से बातचीत किए बिना लोकसभा में व बिना बहुमत के तानाशाही तरिके से राज्य सभा में पास करवा लिया। जिसके भविष्य में किसानों की जिन्दगीं में भयानक परिणाम होगें, इससे छोटे किसान की खेती चौपट हो जाएगी। इन अध्यादेशों के कानून बनने के बाद छोटे किसानों को कोरपोरेट के हवाले कर दिया गया हैं। वही दूसरी और सरकार ने मजदूरों के हको की रक्षा के लिए आजादी के समय बने 44 श्रम कानूनों को खत्म कर 4 कोड़ बनाने का अध्यादेश लोकसभा व राज्यसभा में पास करवाकर किसान मजदूर विरोधी होने का परिचय दिया हैं। श्रम कानूनों को खत्म कर मोदी सरकार ने मजदूरों को पूंजीपति घरानों के रहमों करम पर छोड़ दिया। सार्वजिनक क्षेत्र कोयला, बिजली, पैट्रोल, संचार, बैंक, बीमा, रेल, परिवहन, आयुद्ध कारखानो का निजिकरण करने का निर्णय लेकर रोजगार व जन सुविधाओ पर हमला बोल दिया है। एक ओर किसान व मजदूर बर्बाद हो जाएंगे तथा तमाम शक्तियां केन्द्र ने अपने हाथ में रखकर संघीय ढ़ाचे को भारी कुठाराघात किया है। जन तान्त्रिक अधिकारो पर हमला किया जा रहा है, नई शिक्षा के नाम पर सार्वभौमिक शिक्षा को बर्बाद किया जा रहा है। उन्होंने मांग की कि मजदूर , किसान विरोधी कानून अध्यादेश रद्द हो Post navigation युवाओं ने लगाया कंपनी द्वारा फर्जी भर्ती के नाम पर पैसे ऐंठने का आरोप दीनदयाल उपाध्याय का एकात्म मानववाद का विचार पूरे विश्व के लिए प्रेरणीय: देव प्रसाद भारद्वाज