भाजपा सरकार की मजदूर-कर्मचारी व किसान विरोधी नीतियों के विरोध में केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों व कर्मचारी संगठनों ने मनाया विरोध दिवस, राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन
भिवानी/मुकेश वत्स
केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों व कर्मचारी फैडरेशनों के आह््वान पर मजदूर-कर्मचारी व किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ व भाजपा सरकार की तानाशाही के खिलाफ राष्ट्रव्यापी सयुक्त विरोध दिवस के मौके पर सुरेन्द्र पार्क के सामने सभी संगठनों के कार्यकर्ता इक्टठा हुए व विरोध प्रदर्शन करते हुए तहसीलदार भिवानी के मार्फत राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा।
विरोध सभा की अध्यक्षता सीटू जिला प्रधान राममेहर सिंह, एआई यूटीयूसी जिला प्रधान राजकुमार जांगडा, सर्व कर्मचारी संघ के नरेन्द्र दिनोद, इंटक के कृृष्ण, एच.एम.एस से कविता दहिया, एटक नेता फुलसिंह इन्दोरा, ने संयुक्त रूप से अध्यक्षता की। मंच संचालन सीटू जिला सचिव अनिल कुमार ने किया।
विरोध सभा को संबोधित करते हुए ट्रेड यूनियन व कर्मचारी नेताओं ने कहा की केन्द्र में शासित भाजपा सरकार ने देश के मजदूरों व किसानों के खिलाफ हमलावर रुख अपना रखा है। कोरोना काल में बिना किसी तैयारी के किए गए लोकडाऊन ने करोड़ों रोजगार खत्म कर दिए। देश में मार्च महीने से पहले ही बेराजगारी अपने अब तक के सबसे उचे स्तर पर थी। ऐसे में संकट में फंसी जनता के विभिन्न तबकों को राहत देने की बजाय केन्द्र सरकार मजदूर-किसानों के अधिकारों को ही खत्म करने पर आमादा है। विकराल रूप अख्तियार करती जा रही बेरोजगारी को दूर करने के लिए सरकार कोई गंभीर कदम नहीं उठाए जा रही है बल्कि सरकारी विभागों की नौकरियों में नई भर्ती पर रोक लगा दी है। सरकारी व सार्वजनिक क्षेत्र को बड़े कारपोरेट घरानों के हाथ में बेचा जा रहा है। केन्द्र सरकार ने मजदूर संगठनों व कर्मचारी फैडरेशनों के व्यापक विरोध के बावजूद 4 लेबर कोड संसद में पारित कर दिए हैं। बड़े कारपोरेट-परस्त, पूंजीपति-परस्त और किसान-विरोधी बिलों को देश भर में किसानों के विरोध के बावजूद संसद में पारित कर दिया है।
महोदय, देश के केन्द्रीय श्रमिक संगठनों व कर्मचारी फैडरेशनों के आहवान पर हम केन्द्र सरकार द्वारा किए गए इन कृत्यों की निंदा करते हैं। हम आपसे अपील करते हैं कि जनहित में , देश के करोड़ों मजदूरों और किसानों के हित में संसद में पारित इन कानूनों को स्वीकृति न दें। इस मौके पर विरोध प्रदर्शन व सभा को सीटू जिला उपाध्यक्ष कामरेड़ ओमप्रकाश, एटक राज्य अध्यक्ष बलदेव घणघस, इंटक जिला प्रधान रामौतार खोरड़ा, सर्व कर्मचारी संघ से राज्य ऑडिटर सुभाष कौशिक, ए आई यूटीयूसी से कामरेड रामफल, एच.एम.एस. के प्रदेश उपाध्यक्ष रतन लोहिया ने भी अपने विचार र रखे। अखिल भारतीय किसान सभा के नेता करतार ग्रेेवाल ने किसानों की तरफ मजदूर व कर्मचारीयों के मुददों का सर्मथन किया व 25 सितम्बर को भारत बंद में शामिल होने का आह््वान किया।