पंचकूला, 21 सितम्बर। हरियाणा गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने कहा कि जब तक प्रदेश की सड़कों पर गौवंश रहेगा तब तक विशेष अभियान के तहत पकड़कर उन्हें गौशालाओं में छोड़ने का कार्य जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेशभर में लगभग 32 हजार गायें सड़कों पर है। इनके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में एक एकड़ व दो एकड़ भूमि पर ग्रामीण गौ सेवा केन्द्र खोले जाएगें। उन्होंने कहा कि आयोग का मुख्य ध्येय सभी बेसहारा गायों को गौशालाओं में छोड़ना तथा उनका सहीं सरंक्षण एवं देखभाल करना है।

चेयरमैन ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निर्देशानुसार सडकों से गोवंश नहीं रहने दिया जाएगा। इसके लिए हर जिला स्तर पर अतिरिक्त उपायुक्त, संबधित एसडीएम, खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी, स्थानीय निकाय, पशु पालन विभाग के अधिकारियों व गो सेवा से जुड़े हुए प्रतिनिधियों की गाय टास्क फोर्स कमेटी का गठन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह कमेटी नियमित रूप से निरीक्षण करेगी और प्रत्येक गोवंश को गौशालाओं की ईच्छानुसार उनमें छोड़ने का कार्य करेगी। इसके लिए ग्राम, खण्ड एवं जिला स्तर पर नई गौशालाएं भी खोली जाएगी।

गर्ग ने कहा कि गौसेवा के लिए सरकार ने मनरेगा व जिला परिषद को शामिल कर लिया गया है। इसके तहत गौशालाओं के निर्माण में सहयोग भरपूर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन व जनता मिलकर कार्य करेगी तो अवश्य ही गौवंश का भला होगा और सड़कों पर गाय न होने से लोगों की जान व माल की हानि भी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सड़क दुर्घटनाओं से गायों को क्षति पहुंच रही है और नागरिक भी हताश हो रहे है। इसके साथ ही उनके वाहनों का भी नुकसान हो रहा है। इसलिए इस अभियान को जन जन का अभियान बनाकर सभी के सहयोग से कार्य करना है और गाय के साथ साथ लोगों को भी सुरक्षित माहौल देना ही आयोग का मुख्य कार्य है। उन्होंने बताया कि गौशालाओं को आत्मनिर्भर एवं स्वावलम्बी बनाने पर भी बल दिया जाएगा। इसके तहत गौंवश के उत्पाद को बढावा दिया जाएगा तथा गौशालाओं में कार्यरत स्टाफ को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि गौवंश से दूध, गोमूत्र के अलावा गोबर से दिए, अगरबती जैसे उत्पाद तैयार किए जाएगें। गाय के दूध की अधिकांश नागरिकों तक पहुंच बढाई जाएगी ताकि लोगों का जीवन निरोग एवं सुखमय हो सके। आयोग के चेयरमैन ने प्रदेश के दानी सज्जनों से अनुरोध किया है कि वे अपनी आमदनी में से अपने परिवार के प्रत्येक सदस्य के नाम हर दिन केवल एक रुपया निकालें ओर माह के अंत में उस राशि से गौवंश की चारा, गुड़, गेहूं आदि से सेवा करें। इससे उनके परिवार में गाय के प्रति संस्कार की भावना जागृत होगी और गौसेवा का कल्याण होगा।

error: Content is protected !!