किसान व आढ़तियों के धरने को समर्थन देने जींद अनाज मंडी पहुंचे निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू

कुंडू बोले-यदि सरकार ने 11 दिन में जरूरी सुधार नहीं किये तो कर्मयोगी अन्नदाता के लिए 2 अक्टूबर को महम चौबीसी के चबूतरे पर बैठूंगा अनशन पर।

किसानों ने कुंडू का साथ देने का वायदा करते हुए कहा कि आप किसान- कमेरे- मजदूर- आढ़ती के हकों की लड़ाई को आगे बढ़ाओ पूरे प्रदेश के लोग खड़े हैं आपके साथ।

कुंडू बोले- आपने जिन नेताओं को चुनकर विधानसभा और संसद में भेजा है उनसे सवाल करो कि उन्होंने विधानसभा, संसद और राज्यसभा में किसानों के लिए क्या किया ?

जींद, 21 सितंबर : महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू आज कृषि अध्यादेशों के विरुद्ध जींद की अनाज मंडी में चल रहे किसान-मजदूर-आढ़ती और कमेरे वर्ग के धरने को समर्थन देने जींद पहुंचे। उन्होंने कहा कि बेशक केंद्र ने धक्केशाही से इन अध्यादेशों को पास करवा लिया है लेकिन संविधान के मुताबिक कृषि राज्य का विषय है और राज्य सरकार को तुरन्त इनमें जरूरी बदलाव करने चाहिए। लेकिन, दुर्भाग्य का विषय है कि आज कोई भी अन्नदाता के दर्द को महसूस नहीं कर रहा। सत्ता पक्ष हो या विपक्ष सभी ने किसान-कमेरे को बर्बाद होने के लिए अकेला छोड़ दिया है। विपक्षी दल अपनी राजनीति चमकाने के लिए समर्थन का ड्रामा कर रहे हैं लेकिन न तो कोई विपक्षी विधानसभा में बोला और ना ही कल संसद और राज्यसभा में इन किसान विरोधी काले कानूनों पर आवाज उठाई।

विधानसभा के एक दिन के सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे से चौंच से चौंच लड़ाते नजर आए और मेरे द्वारा लगाए गए प्राइवेट बिल को स्वीकार तक भी नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि किसान, कमेरे, मजदूर और आढ़ती वर्ग को अपने-पराए की पहचान करनी होगी। जिन नेताओं को चुनकर आप विधानसभा या संसद में भेजते हो उनसे सवाल करो। उन नेताओं से पूछो कि उन्होंने विधानसभा, संसद या राज्यसभा में किसान-कमेरे के हकों के लिए क्या किया ? कुंडू ने कहा कि जो तुम्हारे साथ नहीं खड़ा हो, उसका बहिष्कार करोगे तब इन स्वार्थी नेताओं की अकल ठिकाने आएगी। उन्होंने कहा कि सरकार का कोई भी आदमी तुम्हारे बीच आये तो उससे सवाल पूछो कि इन बिलों में किसान की फसल की एमएसपी पर खरीद की क्या गारंटी है ? इस बात की क्या गारंटी है कि प्राइवेट पर्चेजर किसानों की समय पर पेमेंट करेगा ? ऐसे अनेक सवाल हैं जिनका कोई जवाब भाजपा या उनके सहयोगियों के पास नहीं हैं।

कुंडू ने कहा कि उन्होंने सरकार को 11 दिन का अल्टीमेटम दिया है और यदि सरकार ने इन किसान विरोधी बिलों में जरूरी सुधार नहीं किये तो वे 2 अक्टूबर को महम चौबीसी के चबूतरे पर अनशन पर बैठेंगे। कुंडू की इस बात का धरने पर बैठे सभी लोगों ने समर्थन किया और कहा कि किसान-मजदूर-कमेरे को लेकर आप आगे बढ़ो हम सब आपके साथ खड़े हैं।

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