चंडीगढ़Þ/पंचकूला 16 सितंबर। नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा की शहरी स्थानीय निकाय विभाग को चेतावनी ठेका प्रथा, आउटसोर्सिंग में लगे क्लर्को, कंप्यूटर आॅपरेटरों को नौकरी से निकाला तो संघ राज्यव्यापी आंदोलन करेगा। यह बात बुधवार को सेक्टर-12ए स्थित भगवान बाल्मीकि भवन में पंचकूला जिला के तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की जिला स्तरीय कन्वेंशन को संबोधित करते हुए नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के राज्य प्रधान नरेश कुमार शास्त्री ने कही। कन्वेंशन की अध्यक्षता पंचकूला नगर निगम यूनियन के चेयरमैन रोशनलाल ने की तथा मंच का संचालन भाग सिंह ने किया। कन्वेंशन में संघ के महासचिव मांगे राम तिगरा, उपमहासचिव सुनील चिंडालिया, अग्निशमन विभाग के राज्य प्रधान राजेन्द्र सिनद भी विशेष तौर पर उपस्थित रहे। शास्त्री ने कहा कि हाल ही में क्लर्कों की सरकार ने भर्ती की है और शहरी स्थानीय निकाय विभाग को 540 नव चयनित क्लर्क भेजे गए। इनकी जॉइनिंग के चलते पालिका परिषद, निगमों में आउटसोर्सिंग, ठेका प्रथा में लगे क्लर्कों की छंटनी की शुरुआत पानीपत से हो गई। जिसके विरोध स्वरूप पानीपत निगम के कर्मचारी पिछले 2 दिन से हड़ताल पर हैं। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि संघ एक भी कर्मचारी की छंटनी बर्दाश्त नहीं करेगा। शास्त्री ने सरकार पर तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के साथ भेदभाव पूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि शहरी स्थानीय निकाय विभागों में कार्यरत सफाई कर्मचारियों, सीवरमैनों, फायर कर्मचारियों को ठेका प्रथा से मुक्त किया जा सकता है, तो चतुर्थ श्रेणी के सेवादार, माली, बेलदार, चौकीदार, सिक्योरिटी गार्ड, क्लीनर तथा तृतीय श्रेणी के सहायक सफाई निरीक्षक, सफाई निरीक्षक, वरिष्ठ सफाई निरीक्षक, लिपिक, बिल वितरक, सहायक निरीक्षक, निरीक्षक, ड्राईवर, व्हीकल इंस्पेक्टर, कनिष्ठ अभियंता, वाटर पम्प आपरेटर व हेल्पर, सुपरवाइजर, ट्यूबवैल मैकेनिक व हैल्पर, फिटर, इलेक्ट्रिशियन, मैशन, रोड इंस्पेक्टर, मेट, सीवर इंस्पेक्टर, हैड माली, सफाई दरोगा आदि काडरों के कर्मचारियों को ठेकेदारी से मुक्त क्यों नहीं किया जा सकता। नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के महासचिव मांगा राम तिगरा व उप महासचिव सुनील चिंडालिया ने सरकार को जनविरोधी करार देते हुए कहा कि सरकार पालिका, परिषदों व निगमों द्वारा जन सुविधाएं देने वाली शाखाओं सफाई शाखा, स्ट्रीट लाईट, सडकÞ, पार्क, स्वास्थ्य वेलफेयर, वाटर सप्लाई आदि शाखाओं को ठेकेदारों के हवाले कर नौजवानों को बेरोजगार एवं जनता से इन सुविधाओं को छीनने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा 6 सितंबर 2019 को ठेकाप्रथा में लगे सफाई कर्मचारियों, सीवर मैंनो, ड्राइवरों एवं फायरमैनों को विभाग के रोल पर रखने तथा दिनांक 12 सितंबर 2019 को 15 हजार रूपए वेतन देने एवं भत्ते बढ़ाने के आदेश किए थे, लेकिन अभी तक दर्जनों पालिका, परिषदों व नगर निगमों में उक्त लाभ नहीं दिए जा रहे तथा सरकार के आदेशों के अनुसार पालिकाओं, परिषदों व नगर निगमों में सफाई कर्मचारियों, सीवरमैन, फायर ड्राइवर, फायरमैन को विभाग के रोल पर किया गया है, लेकिन जो कर्मचारी सरकार की शर्तों को पूरा नहीं कर पाए है। उन सैकड़ों कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा रहा है। संघ ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने सभी ठेका प्रथा अनुबंधित कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने व अन्य मांगों को सरकार ने जल्द पूरा नहीं किया तो संघ, 23 सितम्बर को रोहतक में एक दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यकर्ता कन्वेंशन कर आन्दोलन की घोषणा करेगा। कन्वेंशन में अन्य के अलावा नगर निगम पंचकूला के प्रधान जोगिंदर कांगड़ा, सचिव विनोद कुमार सारसर, सचिव आनन्द, योगेश कुमार, सोमपाल, दीपक, माली विंग से विजय कुमार, चौकीदार मंजीत, ई रिक्शा विंग संदीप चंद, रणबीर, बिजली विंग से विनय कुमार फायर से मेहर सिंह, संदीप, सुरेन्द्र राठी भी उपस्थित रहे। Post navigation उच्चतम न्यायालय द्वारा हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट योजना को लागू करने के लिए निर्देश ठेके पर लगे 11 हजार स्पोर्टिग स्टाफ पर एक बार फिर नौकरी जाने का खतरा