किसानों को धरनों पर बैठे देखता हूँ तो दर्द होता है : बलराज कुंडू

सिरसा में किसानों के धरने पर पहुंचे महम के विधायक कुंडू।. कुंडू बोले-दिल्ली के महलों से उड़कर दाना चुगने आने वाले कबूतरों को दाना डालना बन्द करना होगा।

सिरसा, 14 सितंबर : मैं जब भी कहीं कर्मयोगी किसानों को धरने पर बैठे देखता हूँ तो उनको देखकर दिल में बहुत तकलीफ होती है और किसान को बर्बाद करने वाले ये तीन कृषि अध्यादेश अगर कानून बन गए तो आने वाले वक्त में हमारे किसान भाई अपने ही खेतों में पूंजीपतियों के मजदूर बनकर रह जाएंगे। महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने यह बात आज सिरसा लघु सचिवालय में अखिल भारतीय स्वामीनाथन संघर्ष समिति के धरने पर किसानों के बीच अपनी बात रखते हुए कही। कुंडू ने कहा कि इन अध्यादेशों के विरोध में किसान, मजदूर, कमेरे, छोटे दुकानदार, व्यापारी आदि सभी 36 बिरादरी को एक होकर लड़ाई लड़नी होगी क्योंकि अगर किसान बर्बाद हुआ तो समझ लो कोई नहीं बच पायेगा।

पीपली कांड को लेकर भी कुंडू ने सत्ता पक्ष के साथ-साथ घड़ियाली आंसू बहाने वाले विपक्ष को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली के ऊंचे महलों से उड़कर दाना चुगने आने वालों को नहीं मालूम कि किसान उस दाने को कैसे खून-पसीना बहाकर उगाता है। इन प्रवासी कबूतरों को दाना डालना बन्द करना पड़ेगा और अपने चुने हुए प्रतिनिधियों से सवाल-जवाब करने होंगे। जो आपके अधिकारों के लिए लड़ाई ही नहीं लड़ सकता हो ऐसे नेताओं को विधानसभा भेजने से किसान कमेरे का भला नहीं होगा। हमें दादा चौधरी छोटूराम के दिखाए रास्ते पर चलना होगा और अपने-पराए को पहचानना होगा तभी किसान, गरीब, मजदूर का भला संभव है।

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