-कृषि अध्यादेश से किसानों को फसल का नहीं मिल पाएगा उचित मूल्य. -भाजपा गठबंधन सरकार व भूपेंद्र हुड्डा की मिलीभगत से तीन दिन का विधानसभा सत्र तीन घंटे का किया गया

चंडीगढ़, 9 सितम्बर: इनेलो प्रधान महासचिव एवं विधायक चौधरी अभय सिंह चौटाला ने बरोदा हलके के अपने दूसरे दौरे में 15 गांवों का दौरा किया। तीन दिन चले इन दौरों में इनेलो नेता ने जहां जनहित के मुद्दे उठाए वहीं प्रदेश सरकार में हुए घोटालों को भी जनता के सामने रखा। इस दौरान अभय चौटाला का गांववासियों ने भव्य स्वागत किया।

इस दौरान गांव आवली में एक गरीब परिवार का एकमात्र कमाने वाले पुत्र की सांप काटने से मौत हो गई थी जो अपने पीछे चार छोटी बहनों को छोड़ गए थे, उनकी मदद के लिए गांववालों ने अभय चौटाला से आग्रह किया तो बिना देर किए दो लाख रुपए देने की घोषणा कर दी और उन बेटियों की शादियों में मदद का आश्वासन दिया। वहीं गांव मिर्जाखेड़ी के नौजवान युवाओं ने गांव में व्यायामशाला के लिए खेल का सामान की मदद मांगी तो तुरंत अभय चौटाला ने हामी भर दी। दादा माखतवाला समाध पर एक लाख रुपए देकर मदद की।

इस दौरान इनेलो के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रकाश भारती, प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी, पूर्व विधायक डॉ. राम कुमार सैनी, पूर्व विधायक रामफल कुंडू, पूर्व प्रत्याशी जोगेंद्र मलिक एवं जिला अध्यक्ष सुरेंद्र छिकारा समेत अनेकों वरिष्ठ कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।

इनेलो नेता ने केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि अध्यादेशों का खुलकर लोगों को बताया कि इन अध्यादेशों से किसान बुरी तरह प्रभावित होगा। उन्होंने कहा कि इन अध्यादेशों के अनुसार फसल की एमएसपी खत्म हो जाएगी, सरकार मंडियों में फसल नहीं खरीदेगी जिससे बड़ी-बड़ी कंपनियां मनमाने दामों पर फसल खरीदेगी। आखिरकार किसान अपनी जमीन बेचने पर मजबूर हो जाएगा और अपनी ही जमीन पर मजदूर बनकर रह जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की दस राज्यों में सरकारें होने के बावजूद भी इसका विरोध नहीं किया और न ही किसी कांग्रेस के मुख्यमंत्री ने इन अध्यादेशों के खिलाफ कोई बयान दिया।

विधानसभा के मानसून सत्र पर उन्होंने कहा कि नेता विपक्ष भूपेंद्र हुड्डा के कारण विधानसभा सत्र तीन दिन से घटकर तीन घंटे का रह गया और कोरोना का बहाना लेकर सत्र को छोटा करने का षड्यंत्र रचा गया। अगर विधानसभा सत्र तीन दिन चलता तो सरकार द्वारा किए गए घोटालों पर चर्चा की जानी थी जिससे सरकार की पोल खुलती लेकिन सरकार इससे बचना चाहती थी इसलिए भूपेंद्र हुड्डा को साथ मिलकर सत्र छोटा कर दिया गया।

इनेलो नेता ने इस दौरान बेरोजगारी एवं ‘इज ऑफ डूइंग बिजनेस’ की आई ताजा रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि इससे साफ पता चलता है कि प्रदेश में सरकार नहीं, लुटेरों का एक गिरोह काम कर रहा है जो रोजगार देने की बजाय प्रदेश की जनता को लूट रहा है जिसके कारण बेरोजगारी में प्रदेश पहले नम्बर एक पर आ गया है। सरकार ने रोजगार देने के जो वायदे किए थे उस पर खरा नहीं उतरी। उन्होंने कहा कि ‘इज ऑफ डूइंग बिजनेस’ पर प्रदेश 16वें नम्बर पर आ गया है। आंकड़े खुद बता रहे हैं कि प्रदेश में कोई उद्योगपति नया उद्योग लगाने का इच्छुक नहीं है। उद्योगों के लिए सरकार ने कोई अच्छी पॉलिसी भी नहीं निकाली जिस कारण से प्रदेश में उद्योग लगाना घाटे का सौदा लगने लगा है।

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