पंचकूला 8 सितंबर। हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने केन्द्र सरकार से मांग की है कि  देश के किसानों के हितों पर कुठाराघात करने वाले, केन्द्रीय मंत्रिमंडल द्वारा किसानो के हितों के विरुद्ध पास किए गए तीन काले, कृषि अध्यादेश वापिस लिए जांए ताकि देश के अन्नदाता को बड़ी कम्पनियों के शिकंजे में फसने से बचाया जा सके।

चन्द्र मोहन ने  याद दिलाया कि किसान नेता चौधरी छोटूराम ने किसानों को साहूकारों के चंगुल से मुक्त करवाने के लिए जीवन पर्यंत संघर्ष किया और किसानों को उनका हक दिलवाया और देश की आजादी के बाद कांग्रेस पार्टी ने किसानों को बेहतर सिंचाई, खाद और कीटनाशक दवाएं उपलब्ध करवाई जिससे देश खाद्यान्न उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर बन सका। उन्होंने याद दिलाया कि भारतीय जनता पार्टी वर्ष 2014 के लोक सभा के चुनाव से पहले किसानों के हितों के लिए स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने और वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का झांसा दिया गया था। जिस का परिणाम आज देश के सामने है, किसानों को अपनी फैसले औने-पौने दामों पर बेचने पर विवश होना पड़ा है।

कोरोना की आढ में प्रदेश में किसानों के गेहूं की लूट की गई। अब किसानों को सपना दिखाया गया है कि वह अपनी फसल दूसरे प्रदेशों में भी बेच सकते हैं। यह सपना  देखने में कितना हसीन लगता है।  

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