बंटी शर्मा सुनारिया

हरियाणा में पिछले काफी दिनों से शिक्षा के सौदागरों का एक गिरोह सक्रिय है। यह गिरोह उन विद्यार्थियों को शिकार बना रहा है, जो विभिन्न शिक्षा बोर्डों से फेल हो जाते हैं। इसके बाद वे सफल होने के लिए ओपन बोर्डों की ओर ताकते हैं, लेकिन ये विद्यार्थी असली और फर्जी बोर्ड के अंतर को  नही समझते। इस कारण जाल में फंस जाते हैं। यह माफिया इन विद्यार्थियों को 18 से 20 हजार रुपये में मुक्त विद्यालय शिक्षा परिषद हरियाणा के नाम से सर्टिफिकेट बांट रहा है। हरियाणा शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन ने इसे गैरमान्यता प्राप्त बताया है। ये प्रमाणपत्र पड़ोसी राज्य राजस्थान, पंजाब, दिल्ली, यूपी समेत पूरे देश में बांटे जा रहे हैं*

शिक्षा के इन सौदागरों का गढ़ वही भिवानी जिला माना जाता है जहां हरियाणा शिक्षा बोर्ड का भी मुख्यालय है। कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्रों, ऑनलाइन फार्म भराने वाले साइबर कैफे और ट्यूशन या कोचिग सेंटर भोले विद्यार्थियों को जाल में फंसाने के केंद्र बने हैं

इसके अलावा गिरोह के सदस्य कोरोना के कारण बंद स्कूलों के बच्चों के घर-घर जाकर मौके का फायदा उठा लेने की बात कहकर दसवीं, 12वीं के अलावा कंप्यूटर प्रशिक्षण जैसे प्रमाणपत्र देने के भी दावे कर रहे हैं। इनके सर्टिफिकेट पर ओपन बोर्ड के कार्यालय का कोई ठिकाना-पता कहीं नहीं लिखा है। ये प्रमाणपत्र हरियाणा ओपन शिक्षा बोर्ड के नाम से मिलते-जुलते नाम और डिजायन हरियाणा काउंसिल ऑफ ओपन स्कूलिग और हिदी में मुक्त विद्यालय शिक्षा परिषद हरियाणा के नाम से दिए जाते हैं। इन्हें देखकर एक बार तो आम पढ़े-लिखे भी गच्चा खा जाते हैं

हरियाणा शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डा. जगबीर सिंह ने कहा कि हरियाणा काउंसिल ऑफ ओपन स्कूलिग के प्रमाणपत्रों को पूरी तरह गैर मान्यता प्राप्त। उन्होंने बताया कि इस नाम से हरियाणा में कोई भी मान्यताप्राप्त बोर्ड नहीं है। विद्यार्थी और उनके अभिभावक इनके झांसे में न आए। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग को इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

 क्या कहते है इन प्रमाण पत्रों को जारी करने वाला मुक्त विद्यालय शिक्षा परिषद हरियाणा

*इन प्रमाणपत्रों की तह तक जाने की कोशिश की। इस नाम की वेबसाइट पर दिए मोबाइल नंबर पर बात की गई तो अपने आपको वेरिफिकेशन ऑफिसर बताने वाले आशीष ने बताया कि मुक्त विद्यालय शिक्षा परिषद हरियाणा का मुख्यालय रोहतक में है। सर्टिफिकेट पर वे अपना पता नहीं छापते, क्योंकि वेबसाइट पर है। उनकी फीस दसवीं की 5500 रुपये तथा 12वीं की 6500 रुपये है। भिवानी जिले में उनका कोई भी केंद्र नहीं हैं

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