नारनौल, (रामचंद्र सैनी): गुडगंाव में आबादी व यातयात के जाम के चलते मारूति कंपनी का प्लांट वहां से दूसरी जगह शिफट होने की कवायद शुरू होते ही प्रदेश के नेताओं में अब इसे अपने-अपने क्षेत्रों में ले जाने की अंदर खाते सुगबुगाहट भी शुरू हो चुकी है। कई नेताओं के बीच अंदर खाते चल रही इस सुगबुगाहट से बाहर आते हुए महेंद्रगढ-भिवानी लोकसभा के भाजपा सांसद चौधरी धर्मवीर सिंह ने मारूति प्लांट को जिला मुख्यालय के दादरी में शिफ्ट करवाने के लिए पत्र भी लिख दिया है। प्रदेश के उपमुख्यमंत्र दुष्यंत चौटाला के नाम दो दिन पहले लिखे इस पत्र में भाजपा सांसद चौधरी धर्मवीर सिंह ने लिखा है कि मारूति कंपनी अपने उद्योग का शिफट करने जा रही है। मेरे संसदीय क्षेत्र के दादरी के जिला मुख्यालय में सीसीआई सीमेंट की फैक्ट्री जो अब बंद हो चुकी है, उसकी लगभग 200 एकड भूमि खाली पड़ी है और यह जमीन केंद्रीय हैवी उद्योग मंत्रालय की है, मारूति उद्योग के लिए यह जमीन आसानी से मिल सकती है। इस जमीन के साथ-साथ और भी बहुत सी जमीन सस्तें दामों पर मिल सकती है। सांसद ने इस जमीन के आसपास सडक व रेलवे जुडाव के मुख्य बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए पत्र में इनका हवाला दिया है। सांसद ने अपने पत्र में राष्टï्रीय राजमार्ग 334 बी का हवाला देते हुए लिखा है कि यह मार्ग लोहारू-झज्जर और चरखी दादरी होते हुए यूपी के मेरठ-बागपत होते हुए शामली से आगे तक जाता है। राष्टï्रीय राजमार्ग 148 बी जो राजस्थान के कोटपूतली से शुरू होकर चरखी दादरी से होते हुए पंजाब के भटिंडा तक जाता है तथा यह राजमार्ग तीन राज्यों को जोड़ता है। एक्सप्रेस वे 152 डी बनाया जा रहा है। जो चरखी दादरी से राजस्थान के कोटपूतली-अलवर जाकर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे से मिलेगा। इन सड़क मार्गों के अलावा सांसद चौधरी धर्मवी सिंह ने दुष्यंत चौटाला को लिखे अपने पत्र में कहा है कि एक रेलवे लाइन दिल्ली- रेवाडी-दादरी-भिवानी भी इसी जमीन के पास से निकलता है। इस जमीन से मात्र 60 किलोमीटर की दूरी पर नांगल चौधरी में रेलवे का इंटीग्रेटिड मल्टीमॉडल लॉजिस्टक हब बनाया जा रहा है जो नोएडा से निकलकर दिल्ली-नांगल चौधरी होते हुए मुंबई तक जाएगा। सांसद ने अपने पत्र में कहा है कि उपरोक्त सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए मारूति उद्योग को चरखी दादरी में शिफ्ट करवाया जाये। Post navigation नाबालिग का अपरहण कर मांगी 80 हजार की फिरौती । सांसद का पत्र वायरल होने पर रामपुरा के विरोधी हुए आक्रमक