महिलाओं को भी मिली दो जिलों की कमान चंडीगढ़, 19 अगस्त। भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को हरियाणा के जिला अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी। भारतीय जनता पार्टी ने जनवरी महीने में अपने बूथ स्तर और मण्डल स्तर की टीमों का गठन कर लिया था। अब नए जिला अध्यक्षों को भी जिम्मेदारी दी है । अपने विरोधी दलों के मुकाबले भाजपा अपने संगठनात्मक ढांचे पर बहुत बारीकी से काम करती है जिसका परिणाम यह है कि आज भारतीय जनता पार्टी दुनिया का सबसे बड़ा लोकतान्त्रिक राजनितिक दल है l हरियाणा में भी ओमप्रकाश धनखड़ के प्रदेशाध्यक्ष बनने के एक महीने के अंदर ही जिला अध्यक्षों को चयनित कर दिया गया। संगठन की गहन मंत्रणा के बाद जिला अध्यक्षों के नामों पर मुहर लगी, अब आगे प्रदेश कार्यसमिति और अन्य संगठनात्मक पदों पर भी जल्द ही घोषणा होने की संभवनाएं है। भाजपा ने पंचकूला से पूर्व जिला उपाध्यक्ष अजय शर्मा को जिला अध्यक्ष बनाया है, गुडगाँव से खादी बोर्ड की चेयरमैन और भाजपा की प्रदेश मंत्री गार्गी ककड़ को जिम्मेदारी मिली, महेंद्रगढ़ से भाजपा के किसान मोर्चा के राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य राकेश शर्मा,फरीदाबाद से गोपाल शर्मा,मेवात से पूर्व जिला महामंत्री नरेंद्र पटेल,जींद से प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राजू मोर, यमुनानगर से पूर्व जिला महामंत्री राजेश सपरा, झज्जर से प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विक्रम कदियान,रेवाड़ी से हुकमचंद यादव, दादरी से प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सत्येन्द्र परमार,कुरुक्षेत्र से राजकुमार सैनी पूर्व प्रदेश महमंत्री किसान मोर्चा,रोहतक से पूर्व जिला अध्यक्ष अजय बंसल,अम्बाला से जिला महामंत्री राजेश बतौरा,फतेहाबाद से सरदार बलदेव गिरोहा,पलवल से चरण सिंह तेवतिया, सिरसा से जिला पार्षद आदित्य देवीलाल चौटाला,कैथल से पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक ढांड,भिवानी से शंकर धुपड़ पूर्व प्रदेश महामंत्री बी सी मोर्चा,सोनीपत से मोहन लाल कौशिक,करनाल से योगेन्द्र राणा,पानीपत से महिला मोर्चा की पूर्व जिला अध्यक्ष अर्चना गुप्ता और हिसार से पूर्व चेयरमैन कैप्टन भूपेन्द्र को जिला अध्यक्ष बनाया गया l गौरतलब है कि भाजपा में अपने संगठनात्मक स्तर पर प्रदेश जिला और मंडल स्तर पर महिला मोर्चा होने के बाद भी जिला अध्यक्षों की सूचि में दो महिलाओं को भी लिया है। Post navigation देशभर में चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार ने किया प्रथम स्थान हासिल केएमपी का हाल जानने के लिए डिप्टी सीएम ने बदला रूट, खुद नोट किए एक्सप्रेस-वे के गड्ढे