सबसे अधिक शिकायतें हेलीमंडी पालिका अधिकारियों की. जन स्वास्थ्य विभाग के एसडीओ ने भी लगाए आरोप फतह सिंह उजालापाटोदी । कोरोना कोविड-19 महामारी के किसी हद तक शांत होने के बाद पटौदी के विधायक एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता के द्वारा पटौदी क्षेत्र के सभी विभागों के अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई। यह बैठक पटौदी के लघु सचिवालय परिसर में आयोजित की गई । इस बैठक के अंदर आम जनता से सरोकार रखने वाले जहां सभी विभागों के मुखिया अथवा अधिकारी मौजूद दिखाई दिए, वही सबसे बड़ी हैरानी हुई कि पटौदी और हेली मंडी दोनों ही नगर पालिकाओं के अधिकारी अथवा उनका प्रतिनिधि बैठक में दिखाई नहीं दिये। यह अपने आप में बड़ा सवाल है, इस बात का खुलासा भी नहीं हो सका की पालिका अधिकारी बैठक में क्यों नहीं शामिल हुए या फिर विभागीय कार्य से किसी वरिष्ठ अधिकारी की बैठक अथवा शहर से बाहर या फिर चंडीगढ़ विभाग के ही काम से गए हुए थे ? यह सब मामला एक अबूझ पहेली के साथ रहस्य बना हुआ है । पटौदी के नवागत एसडीएम पूर्व सैन्य अधिकारी प्रदीप कुमार की अध्यक्षता में संपन्न इस बैठक में विधायक एडवोकेट सत्य प्रकाश जनता के द्वारा पटौदी विधानसभा क्षेत्र के समग्र विकास के लिए आगामी 20 वर्षों को ध्यान में रखते हुए सभी विभागों के अधिकारियों अथवा विभाग अध्यक्षों से आह्वान किया गया कि इस प्रकार की योजनाएं बनाई जाएं जिनका आने वाले 20 सालों के बाद भी आम लोगों को अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके । इस बैठक में पुलिस, बिजली विभाग, पीडब्ल्यूडी , स्वास्थ्य विभाग, महिला बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, लो निर्माण विभाग सहित तमाम विभागों के अधिकारी या उनके प्रतिनिधि मौजूद रहे और अपने-अपने विभागों की कोरोना कोविड-19 महामारी के चलते नहीं हो सके कार्यों की विधायक के सामने जानकारी भी दी और भविष्य की योजनाओं के बारे में भी बताया । वहीं कई विभाग के अधिकारियों के द्वारा यह भी बताया गया कि उनके विभाग को जो सुविधाएं मिलनी चाहिए, संबंधित विभागों को उन कार्यों का भुगतान किया जा चुका है लेकिन किन्हीं कारणों से सुविधाएं उपलब्ध नहीं होने से कई प्रकार की परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है । बैठक समाप्त होते ही बैठक के आयोजन स्थल से बाहर अनेक लोग अपनी अपनी शिकायतें लेकर ही पहुंचे हुए थे। हैरानी उस वक्त हुई कि यह अहम बैठक पटौदी शहर में ही स्थित लघु सचिवालय परिसर में संपन्न हुई और यहां पटौदी नगर पालिका से संबंधित कोई भी व्यक्ति अपनी शिकायत लेकर नहीं पहुंचा। इसके विपरीत हेली मंडी नगर पालिका क्षेत्र के अनेक लोग अपनी अपनी शिकायतें हेली मंडी नगर पालिका प्रशासन और यहां के मनमाने और बेलगाम अधिकारियों के खिलाफ लेकर पहुंचे। विधायक के सामने पीड़ित और प्रभावित लोगों ने बेखौफ होकर कहा की हेली मंडी क्षेत्र में कथित राजनीतिक द्वेष को लेकर और कथित राजनीतिक संरक्षण के कारण ही लोगों को विशेष रुप से गरीब तबके के और पिछड़े और दलित बहुल इलाकों अथवा वार्डों में योजनाबद्ध तरीके से प्रताड़ित किया जा रहा है । अधिकारी इस हद तक बेखौफ- बेलगाम है कि कानून को अपनी जेब में रखकर काम कर रहे हैं ? जानकारी मांगने पर किसी भी प्रकार की सूचना नहीं दी जाती है । विधायक ने इस प्रकार की शिकायतों को बेहद गंभीरता से लिया और उन्होंने बताया कि अब व्यवस्था बदल चुकी है, सरकार के द्वारा नगर पालिका, नगर परिषद के विकास कार्यों के साथ-साथ वहां पर समस्याओं और लोगों की परेशानियों को हल करने के लिए गुरुग्राम नगर निगम कमिश्नर को बतौर नोडल अधिकारी जिम्मेदारी सौंप दी जाएगी । वहीं पालिका क्षेत्रों में 10 लाख रुपए तक किए जाने विकास कार्यो के लिए अब सीधे निगम नगर निगम कमिश्नर को ही अधिकार प्रदान किए जाएंगे । उन्होंने मौके पर मौजूद पटौदी के एसडीएम सहित अन्य अधिकारियों को निर्देश दिए कि जो भी लोगों की शिकायतें हैं ,उनकी जांच करके यथासंभव विभागीय कार्यवाही की जाए। Post navigation अलग ही अंदाज में मनाई नेताजी बोस की पुण्यतिथि फर्रुखनगर क्षेत्र में चोरी की वारदात प्रतिदिन बढ़ती जा रही