लोगों में चर्चा हो रही अधिकारियों ने कहां से ली है डिग्रियां फतह सिंह उजालापटौदी । विकास कार्य होने चाहिए , विकास आम जनता की सुविधा और राहत के लिए ही होते हैं या फिर करवाए जाते हैं । किसी भी गली, मोहल्ले, गांव, शहर में विकास के कार्य हो शायद ही कोई विकास कार्य का विरोध करेगा । विरोध होगा या सवाल उठेंगे तो वह तब ही उठेंगे जब जवाबदेय और जिम्मेदार अधिकारी अपनी आंख और कान बंद करके अपने बंद कमरों में ही बैठे रहेंगे । ऐसे अधिकारी न तो मौके का मुआयना करने की जरूरत समझते हैं और ना ही परवाह भी करते हैं कि क्या सही मायने में ठीक प्रकार से विकास के कार्य हो रहे हैं या नहीं हो रहे हैं ? बीते काफी समय से पटौदी हल्के की हेली मंडी नगर पालिका क्षेत्र में विभिन्न वार्डों में हो रहे विकास कार्य अथवा करवाए जा रहे विकास कार्य यहां के संबंधित अधिकारियों और ठेकेदारों की कथित मिलीभगत के कारण चर्चा का विषय बनते जा रहे हैं । इस बात को कहने में कोई गुरेज नहीं की हेली मंडी नगरपालिका के कुछ अधिकारी तो कानून को भी अपनी ठोकर पर रखते हैं और अपनी ही मनमानी कथित रूप से राजनेताओं की आड़ में चलाते आ रहे हैं । अब बात करते हैं हेली मंडी नगरपालिका के ही जाटोली क्षेत्र में वार्ड नंबर 13 में विकास कार्य जहां पर इन दिनों विभिन्न गलियों का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर करवाया जा रहा है । वार्ड नंबर 13 में हो रहे विकास कार्य या फिर बनाई जा रही गलियों की जो तस्वीर इस समय सामने आ रही है , वह किसी के लिए भी खोज का विषय हो सकते हैं । शायद ही ऐसे विकास कार्य तलाश करने पर गूगल पर भी नहीं मिल सकेंगे कि आखिरकार इस प्रकार के विकास कार्य किस पालिका क्षेत्र, नगर परिषद क्षेत्र, नगर निगम के इलाके, किसी शहर किस राज्य में हो रहे हैं। सीधे-सीधे बात करते हैं हेली मंडी नगर पालिका के जाटोली इलाके में स्थित वार्ड नंबर 13 में इन दिनों गलियों का निर्माण युद्धस्तर पर करवाया जा रहा है। अब तस्वीरें खुद बयान कर रही है कि यहां इस प्रकार से लापरवाही के साथ काम किया जा रहा है। बिजली के पोल बनाए जा रहे सीसी रोड के बीच में ही दबाये जा रहे है, दबाये क्या जा रहे हैं जो रामेटेरियल सड़क निर्माण के लिये डाला जा रहा है , बिजली के पोल को उसके बीच में ही एक प्रकार से फिक्स किया जा रहा है। अब यह तो संबंधित जेई या फिर पालिका के सचिव ही इस बात को बेहतर तरीके से बता सकेंगे कि इस प्रकार के विकास कार्य किए जाने की जानकारी कहां से और किस माध्यम से प्राप्त हुई है ? स्थानीय लोगों की मानें तो बिजली का पोल बीते करीब 5-6 महीने से गली में बिना किसी इस्तेमाल में आए पड़ा हुआ है और हैरानी इस बात की है कि बार-बार पालिका के संबंधित अधिकारियों और ठेकेदार को कहने के बावजूद भी बिजली के पोल को नही हटाकर बनाई जा रही सड़क के बीच में ही इसे एडजस्ट कर दिया गया। अब यही लोगों के बीच में चर्चा बन रहा है कि आखिर इस प्रकार के विकास कार्यों को करवाने वाले अथवा होने के बाद इनका भुगतान करने वाले अधिकारी आखिर ऐसे विकास कार्यों को करवाने की पढ़ाई इस संस्थान से करके हेली मंडी पालिका क्षेत्र में विकास कार्य करवा रहे हैं। Post navigation कोरोना अनलॉक तीन के बाद अहम बैठक : ब्यूरोक्रेट्स और पॉलिटिक्स में टकराव ठीक नहीं: एमएलए जरावता सावरकर से प्रभावित हो आजादी आंदोलन में कूदे थे ढींगरा: लारोइया