वोट भी ऐसे मांग रहे हैं सरकार के मंत्री मानो जनता पर कर रहे हैं एहसान- सांसद दीपेंद्र
सत्ता के नशे में चूर सरकार को जनता सिखाएगी सबक, गठबंधन की हार तय- सांसद दीपेंद्र
किसान, मजदूर, व्यापारी, नौजवान, खिलाड़ी, कच्चे, पक्के और बर्खास्त कर्मचारियों समेत हर वर्ग बरोदा से कर रहा है सरकार को सबक सिखाने की अपील- सांसद दीपेंद्र
बरोदा की जनता पूरे हरियाणा की उम्मीदों पर खरा उतरेगी और प्रदेश की राजनीति को नई दिशा देगी- सांसद दीपेंद्र
गठबंधन पर भरोसा नहीं करेगी जनता, क्योंकि पिछले चुनावों में एक-दूसरे को कोसने वाले आज एक-दूसरे के लिए मांग रहे हैं वोट- सांसद दीपेंद्र
राज्यसभा सांसद ने उठाया हलके में जलभराव का मुद्दा, सरकार से की किसानों को मुआवज़ा देने और जलभराव के स्थाई समाधान की मांग

16 अगस्त, गोहाना (सोनीपत): बरोदा में लगातार प्रचार में जुटे CWC सदस्य और राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि ये उपचुनाव कांग्रेस और भाजपा या हुड्डा और खट्टर के बीच नहीं बल्कि जनता और सरकार के बीच है। सत्ता के नशे में चूर सरकार से मुक़ाबले में जनता की जीत तय है। सांसद दीपेंद्र का कहना है कि सत्तापक्ष के मंत्रियों के हर वाक्य में घमंड झलकता है। बरोदा में जनता के बीच पहुंच रहे मंत्री स्पष्ट कहते हैं कि इस एक सीट से सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता। वो लोग वोट भी ऐसे मांग रहे हैं मानो जनता पर एहसान कर रहे हैं। बरोदा की जनता और उनके वोट के इस तिरस्कार का बदला लोग चुनाव में वोट की चोट से लेंगे। आज हर वर्ग इस सरकार से दुखी है और इसे सबक सिखाने के लिए उपचुनाव का बेसब्री से इंतज़ार कर रहा है। इसलिए ख़ुद के घमंड की वजह से सत्ताधारी गठबंधन चुनाव से पहले ही नैतिक तौर पर हार चुका है। क्योंकि घमंड आदमी का वो दुश्मन है, जो भीतर बैठकर वार करता है।

बरोदा दौरे पर आए दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने हलके के 8 गांवों रिंढ़ाना, धनाना, बनवासा, घढ़वाल, भावड़, कहल्पा और कथूरा में जलभराव का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि सरकार जलभराव से हुए नुकसान की स्पेशल गिरदावरी करवाए और किसानों को करीब साढ़े 4 हज़ार एकड़ में हुए नुकसान का मुआवज़ा दे। गांवों में जमा पानी को निकालने के लिए पंप सेट लगवाए जाएं और समस्या के स्थाई समाधान के लिए ड्रेन बनवाई जाए। साथ ही हर गांव में 24 घंटे बिजली की व्यवस्था की जाए ताकि गांववालों को परेशानी का सामना ना करना पड़े।

दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि 6 साल तक खट्टर सरकार ने बरोदा को हरियाणा का हिस्सा नहीं माना लेकिन हरियाणा बरोदा को अपना हिस्सा मानता है। इसलिए आज पूरा हरियाणा बरोदा की तरफ उम्मीद की नज़रों से देख रहा है। आज पूरे हरियाणा के किसान MSP नहीं मिलने, धान और फसल बीमा जैसे घोटालों से परेशान हैं। वो पूंजीपतियों को बढ़ावा देने वाले 3 नए कृषि अध्यादेशों का विरोध कर रहे हैं। वो किसान चाहते हैं कि बरोदावासी उपचुनाव में इस सरकार को बताए कि उसकी नीतियों से हम ख़ुश नहीं हैं। हरियाणा का जो युवा पूरे देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी झेल रहे हैं, वो चाहते हैं कि उनका रोजगार छीनने का बदला बरोदा के लोग खट्टर-दुष्यंत सरकार से लें। जिन एक लाख JBT-HTET पास नौजवानों को खट्टर सरकार ने 6 साल में एक भी नौकरी नहीं दी, उनके परिवार भी इंसाफ के लिए बरोदा की तरफ देख रहे हैं। जिन कच्चे कर्मचारियों को रोज़ नौकरियों से हटाया जा रहा है, उनके परिवार कह रहे हैं कि बरोदा उनकी रोजी-रोटी छीनने वालों से सत्ता छीनने का काम करे। 10 साल बाद नौकरी से हटाए गए 1983 PTI हों या ग्रुप-डी के 1536 कर्मचारी, उनके परिवार भी आज बरोदा से ऐसी ही उम्मीद लगाए बैठे हैं। दींपेंद्र हुड्डा ने PTI से मिलकर उन्हें एकबार फिर पूर्ण समर्थन और सहयोग का आश्वासन भी दिया।

राज्यसभा सांसद ने कहा कि हुड्डा सरकार जाने के बाद से लगातार प्रदेश के प्रतिभावान खिलाड़ियों की बेअदबी हो रही है। वो सैकड़ों खिलाड़ी जो पूरी दुनिया में देश और प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं लेकिन उन्हें कोई पद या नौकरी नहीं मिली और वो हजारों खिलाड़ी जिन्हें वित्तीय सहायता व सम्मान से वंचित रखा गया है, वो तमाम खिलाड़ी चाहते हैं कि उनके तिरस्कार का बदला बरोदा ले। जो हरियाणा हुड्डा सरकार में विकास के हर पैमानों जैसे प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, खेलकूद और क़ानून व्यवस्था में टॉप पर था, वो आज अपराध, दंगे, रेप, नशे और बेरोजगारी में टॉप पर है। आज वो हरियाणा चाहता है कि बरोदा उसकी बदहाली का बदला इस सरकार से ले। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने उम्मीद जताई कि बरोदा की जनता पूरे हरियाणा की उम्मीदों पर खरा उतरेगी और प्रदेश की राजनीति को नई दिशा देगी।

दोहराया कि बरोदा के नतीजों के बाद बीजेपी-जेजेपी सरकार की उलटी गिनती शुरू हो जाएगी। आने वाला समय बरोदा का है और प्रदेश की अगली सरकार, बरोदा की अपनी सरकार होगी। लोगों को पता है कि बेमेल गठबंधन की ये सरकार ज्यादा दिन नहीं चलेगी। क्योंकि जो जेजेपी नेता पिछले चुनावों में खट्टर को कोस रहे थे, आज वहीं लोग खट्टर के लिए घर-घर जाकर वोट मांग रहे हैं। ऐसे लोगों से जनता का विश्वास उठ चुका है। जो सरकार जनता की नज़रों में गिर जाती है, उसको असलियत में गिरने से भी कोई नहीं रोक सकता।

दीपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ इस मौक़े पर विधायक जगबीर मलिक, शकुंतला खटक, बलबीर वाल्मीकि, सुरेंद्र पंवार, पूर्व विधायक सुखबीर फरमाणा, जीता हुड्डा, प्रदीप सांगवान, रोहित मोर, रविंद्र मोर, कमला भावड़, इंदुराज नरवाल, मनोज रिढ़ाऊ, दलबीर बरोदा, कुलदीप गंगाना, विरेंद्र सांगवान, जयपाल बुटाना, राजु बुटाना, जगदीश भावड़, जगबीर मलिक, सोनू प्रजापति, जंगशेर नूरनखेड़ा, रविं इंदौरा, अशोक नरवाल, विजय देशवाल, नीरज देशवाल, साहिल नरवाल, पं. जयकरण, अनिल निंबड़िया, जयदीप नरवाल, राकेश चेयरमैन, हवासिंह ठेकेदार, अनिल मलिक, मुल्ख राज मलिक, रमेश कोच, मुकेश तायल, सतपाल महमदपुर, सुरेश जोगी, सुरेश भारद्वाज, डॉ. गौरव मलिक, रीना मलिक, शीला अंतिल, नीलम बाल्याण, रजनी किराड़, मंजीत मलिक, दिनेश हुड्डा, निखिल मदान, सुषमा, संदीप मलिक समेत कई नेता मौजूद थे।

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