ब्रेक थ्रू संस्था की तरफ से बुधवार को वेबिनार का आयोजन.
महिलाओं-लड़कियो के साथ हिंसा ना हो तथा धार्मिक द्वेष मिटे

फतह सिंह उजाला
पटौदी।
 अन्तर्राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य मे ब्रेक थ्रू संस्था की तरफ से एक  वेबिनार का आयोजन किया गया । इस वेबिनार मे हरियाणा के 6 जिलो सोनीपत, पानीपत ,करनाल, गूरुग्राम ,रोहतक तथा झज्जर से काफी संख्या मे युवा शमिल हुए। इस वेबिनार को करने का उद्देश्य यह था कि कैसे ज्यादा से ज्यादा युवाओ की सामाजिक मुद्दों पर एकजुटता पूर्वक भागीदारी हो । कैसे ज्यादा से ज्यादा युवा मिलकर अपने अपने समुदाय मे एक ऐसा माहौल बनाए जिनसे गैरबराबरी खत्म हो ,लड़कियो तथा महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा आगे बढने के अवसर मिले , महिलाओं तथा लड़कियो के साथ हिंसा ना हो तथा धार्मिक द्वेष की भावना मिटाकर एकता तथा भाईचारे की भावना को बल मिले।

शुरुआत मे मुकेश प्रबंधक ब्रेक थ्रू ने बातचीत की शुरूआत की  अपनी बातचीत मे उन्होंने इस वेबिनार मे शामिल सभी प्रतिभागियों का इस वेबिनार मे शामिल होने पर स्वागत किया तथा उसके उन्होने ब्रेक थ्रू कार्यकर्ता अरविंद को अपने विचार रखने के लिए कहा । अरविंद ने अपनी बातचीत मे अन्तर्राष्ट्रीय युवा दिवस क्यो मनाया जाता है तथा कैसे हम मिलकर.इस दिन की सार्थकता को सिद्ध कर सकते है इसको लेकर बातचीत की। इस साल विश्व यूथ दिवस की थीम ’वैश्विक कार्य के लिए युवाओं की भागीदारी।’ रही।

इसके बाद ब्रेक थ्रू प्रबंधक भारती ने अपनी बातचीत मे ब्रेक थ्रू संस्था का परिचय दिया तथा बताया कि  संस्था भारत के 5 राज्यो मे काम कर रही है तथा हरियाणा मे यह संस्था 2013 से कार्य कर रही है तथा वर्तमान समय मे  हरियाणा के 6जिलो मे एडोलसेंट एम्पावरमेंट प्रोग्राम के तहत कार्य कर रहे है । जोकि स्कूल तथा समुदाय दोनो स्तरो पर है। उन्होंने बताया कि समुदाय मे हम चाहते है कि  19़ यूथ लीडरशिप लेते हुए विभिन्न स्टैकहोल्डरस को साथ लेकर समुदाय मे बदलाव को लेकर कार्य करे । एक ऐसा बदलाव जहां लडकियो को आगे बढने का अवसर मिले ,उनकी शिक्षा ,आने जाने पर रोक टोक ना हो तथा लडकियो तथा महिलाओं के साथ  किसी प्रकार की कोई हिंसा ना  हो।

इसी के साथ एक विडयो लड़की हाथ से निकल.जाएगी दिखाई गई तथा उसके माध्यम से चर्चा की गई कि लडकियो को घर से बाहर जाना, अपनी उच्चतम पढाई करना, अपने फैसले खुद लेना कितना जरूरी है। इसके माध्यम से कहा गया कि लडकिया जब अपने फैसले खुद लेने लगेगी तभी वह सफल हो पाएगी। सन्नी युथ ने कहा कि   लोगों की सोच है कि जैसी लड़की ने बारहवीं की उसकी शादी कर दी जाए इसलिए हमें लोगों की इस सोच पर काम करना होगा अर्थात हमें लोगों की सोच को बदलना होगा जितना हम लोगों की सोच को बदल पाएंगे उतना ही हम लड़कियों को आगे बढ़ा पाएंगे।

एक अन्य युथ  कासिम ने कहा कि आजकल  धार्मिक उन्माद भी फैलाया जा रहा है तथा नित नई-नई अफवाह फैलाई जा रही है कोविड-19 में भी कोरोना  को लेकर धार्मिक द्वेष पुर्ण  अफवाह फैलाई गई तो हमें मिलकर हम यूथ को एकजुट होकर इन अफवाहों पर ध्यान नहीं देना है और जहां  से यह अफवाह आ रही है उस पर तुरंत रोक लगा देना है। सोनू नामक युवती ने कहा लोग धर्म के नाम पर एकदुसरे को नीचा दिखाने की कोशिश करते है तथा एक विशेष धर्म को आए दिन निशाना बनाते रहते हैउन्होंने बताया कि हाल ही के दिनो मे एक आईएएस अधिकारी जोकि किसी दुसरे धर्म से था उसने किसी अन्य धर्म की लडकी से शादी कर ली तो  सोशल मीडिया पर   उस अधिकारी के खिलाफ जोकि किसी दूसरे धर्म से संबंधित था बहुत सारी अभद्र टिप्पणियां की गई।

आरती नामक युवती ने कहा कि   लड़कियों के भी सपने होते हैं लड़कों की तरह यह भी अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहती है तो जहां तक मैं पढ़ना चाहती है और पढ़ाई के बाद अगर वह नौकरी करना चाहती है और अपनी आजादी के साथ रहना चाहती है तो उसको भी यह मौका मिलना चाहिए और लड़कियों के साथ कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए । विक्की कुमार ने कहा कि   आज का युवा बदलाव की तो बात करता है लेकिन धरातल पर काम ना करके सिर्फ सोशल मीडिया पर ही काम करता है और चाहता है कि जल्द से जल्द बदलाव आ जाए साथ ही वह सोशल मीडिया पर कार्य करते हुए बहुत सारी ऐसी खबरों को आगे भेज देता है जो कि अफवाह होती है वह इस बात की भी पड़ताल नहीं करता कि जो खबर वह आगे अन्य दोस्तों के पास भेज रहा है वह सही है या गलत है इस कारण से आजकल फेक न्यूज का प्रचार प्रसार जोरों पर चला हुआ है और जिससे लोगों के दिलों दिमाग पर इसका बहुत  गहरा प्रभाव पड़ता है उन्होंने कहा कि युवाओं को अब जागरूक होना पड़ेगा और ऐसी फेक  न्यूज के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराना पड़ेगा तथा उसको खुद से सोचना समझना पडेगा कि वह जिस तरह की न्युज आगे भेज रहा है वह वास्तव मे सही है या नही।

इसी तरह अन्य युवाओं द्वारा  भी काफी सारी प्रतिक्रिया निकल कर आई और उसके बाद सभी युवाओं ने अपनी भागीदारी दिखाते हुए एक सांझा प्लान बनाया और उसने यह एजेंडा रखा की हम सभी अपने अपने समुदाय में लड़कियों की  पढ़ाई को लेकर  सचेत रहेंगे तेरा जहां कहीं लड़कियों की ड्रॉपआउट की बात निकलकर आएगी तो ब्रेकथ्रू  कार्यकर्ता के साथ मिलकर उनके परिवार में इस मुद्दे को लेकर बातचीत करेंगे तथा साथ ही   घरेलू हिंसा के मुद्दे पर भी अपने अपने समुदाय में लोगों से बातचीत करके तथा पोस्टर बनाकर गांव में मुख्य मुख्य जगह पर लगाकर लोगों को घरेलु  हिंसा  के प्रति जागरूक करेंगे। इस वेबिनार मे  कुल 42 प्रतिभिगी शामिल थे ।ब्रेकथ्रू संस्था की तरफ से मुकेश, नरेश, मीना, भारती, नेत्रपाल, संदीप ,अरविंदर,अरविंद,प्रदीप, सुशील ,पुजा ,आशा, सुनीता, नरेन्द्र, प्रवीन , गौरी ,स्वाति , मनोज शामिल रहे।

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