गैर-जाट प्रत्याशी को उतारा जायेगा मैदान में, अभी तक सूची में पूर्व प्रत्याशी रहे योगेश्वर दत्त का नाम, दलाल के चुनाव प्रभारी बनाए जाने पर उठने लगे सवाल

ईश्वर धामु

चंडीगढ़। भाजपा ने प्रदेश के कृषि मंत्री जय प्रकाश दलाल को बरोदा उप-चुनाव का प्रभारी मनोनीत किया है। पूरे जोश से भरे दलाल ने भी ऐलान कर दिया कि बरोदा में कमल खिलेगा। लेकिन राजनैतिक चर्चाकार तो अब दलाल को चुनाव प्रभारी बनाए जाने पर ही सवाल उठाने लग गए हैं। चर्चाकारों का कहना है कि कृषि मंत्री जाट नेता है और पार्टी के प्रदेश प्रधान भी जाट चेहरा है तो दलाल की नियुक्ति पर सवालिया निशान लगने स्वभाविक हो जाते हैं। क्योकि भाजपा से जुड़े प्रभावी सूत्र बताते हैं कि पार्टी यह उप चुनाव रोहतक के लोकसभा फार्मूला पर लड़ेगी, जिसमें जींद उप चुनाव का तड़का रहेगा।

हालांकि बरोदा क्षेत्र जाट बाहुल्य क्षेत्र है और भाजपा यंहा से गैर-जाट को प्रत्याशी बनोगी। अभी तक की सम्भावनाओं के अनुसार भाजपा पहले प्रत्याशी रह चुके योगेश्वर दत्त पर ही दांव लगा सकती है। जबकि अब प्रचारित किया जा रहा है कि पार्टी प्रत्याशी बदलेगी। परन्तु शीर्ष नेताओं के सूत्र अभी इस पर चुपी साधे हुए हैं। लेकिन इतना निश्चित माना जा रहा है कि जाट बाहुल्य इस क्षेत्र में भाजपा गैर-जाट प्रत्याशी ही मैदान में उतारेगी। बताया गया है कि भाजपा अब जल्द ही क्षेत्र का अपने स्तर पर सर्वे करवा कर मदाताओं की नब्ज टटोलगी। पर पार्टी ने चुनाव जीतने के लिए कार्य नीति पर मंथन प्रारम्भ कर दिया है।

इस पर रह-रह कर चर्चा योगेश्वर दत्त की धर्मपत्नी गीता दत्त के नाम की भी उठने लगी है। चर्चाकार कहते हैं कि भाजपा बरोदा क्षेत्र को हथियायेगी। अभी से पार्टी ने परिवारों अनुसार मतदाताओं की सूची बनानी शुरू कर दी है। सूची बनने के बाद पार्टी का प्रयास रहेगा कि हर परिवार को उनके रिस्तेदारों के माध्यम से प्रभावित किया जाए कि वें अपना वोट भाजपा को दे। इतना ही नहीं पार्टी में जैसा कि जींद उप चुनाव में किया था कि कार्यकर्ता जिस क्षेत्र में जिस नेता की मांग करेंगे, वहां उसी नेता को भेजा जायेगा। इसी तरह का प्रयोग भाजपा ने जींद के उप चुनाव में किया था, जो सफल रहा। यहा भी भाजपा इसी तरह के प्रयोग को दोहरायेगी।

बड़ी सम्भावनाएं है कि अब विधानसभा चुनाव के बाद जो नेता चुनाव हार कर घर बैठ गए हैं, उनको बरोदा के उप चुनाव के मैदान में उतारा जायेगा। यह भी बताया जा रहा है कि अगर आवश्यकता पड़ी तो जातीय आधार पर भाजपा केंद्रीय नेताओं को भी चुनाव प्रचार में बुलायेगी। भाजपा इस उप चुनाव को प्रतिष्ठा का प्रश्र बना कर लड़ेगी। क्योकि ओम प्रकाश धनखड़ को प्रदेश प्रधान बनाए जाने को भी बरोदा उप चुनाव से जोड़ कर देखा जा रहा है। भाजपा का आत्म विश्वास इससे भी बढ़ा है कि अब उसको जेजेपी का भी साथ मिला हुआ है। भाजपा सूत्रों का कहना है कि जेजेपी का साथ मिलने से पार्टी को जाट मतदाताओं का समर्थन अपेक्षाकृत बढ़ेगा।