-बाजारों में चालान काटने से प्रभावित होता है ट्रैफिक लोग होते है परेशान

पंचकूला। रिहायशी क्षेत्र में अंदर आकर पुलिस की चालान काटने की प्रणाली पर कालका से कांग्रेस पार्टी से विधायक प्रदीप चौधरी ने सवाल उठाएं है। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस रिहायशी क्षेत्रों में चालान काटेगी तो फिर टै्रफिक बाधित होता है और लोगों को बहुत ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ती है। क्योंकि जो लोग अक्सर ट्रैफिक नियमों की पालना नही करते है। उन लोगों को पुलिस को ऐसे दुर्घटना संभावित क्षेत्र में जाकर चालान काटने चाहिए। जहां वाकई में टै्रफिक नियमों की पालना नही करने पर नुकसान हो सकता है।

विधायक प्रदीप चौधरी ने कहा कि वैसे तो जो लोग गाड़ी को चलाते है। उन्हें सभी प्रकार के टै्रफिक नियमों की पालना करना चाहिए। क्योंकि यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। परंतु इसमें पुलिस को भी चाहिए कि वो यदि बाजार में चालान काटेगी तो फिर कहीं न कहीं इसका मार्किट पर भी बुरा असर पड़ता है और वहां सबसे ज्यादा दिक्कत टै्रफिक की होती है। इसके अलावा पुलिस को ज्यादा से ज्यादा जोर लोगों को ट्रैफिक नियमों की पालना करने के लिए अवेयर करना चाहिए। क्योंकि बुधवार को कालका काली माता मंदिर मोड़ के पास चालान काटे गए और वहां जिन लोगों को माता के मंदिर में माथा टेकने के लिए जाना था। उन लोगों के साथ-साथ मार्केट के दुकानदारों को बहुत दिक्कत झेलनी पड़ी।

बिना मास्क लोगों के चालान की राशी कम की जाएं—
कालका विधायक प्रदीप चौधरी ने कहा कि पुलिस जिन बिना मास्क लोगों के चालान काट रही है। उन लोगों से एक चालान के 500 रूपये वसूल रही है। जो एक आदमी के लिए बहुत ज्यादा है। इसलिए पुलिस को इस पर सरकार को इस बारे पूरा फीडबैक देना चाहिए और चालान की राशी बहुत ज्यादा कम होनी चाहिए। ग्रामीण क्षेत्र में आम लोगों के लिए 500 रूपए का जुर्माना काफी ज्यादा है।

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